आरोपियों को डर था कि यदि मृतका छोडक़र चली जाएगी तो भंडाफोड़ हो जाएगा। चौमूं थाना पुलिस ने आरोपियों को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी हरियाणा के करनाल निवासी हैं। आरोपी युवक ने वर्ष 2017 में चंडीगढ़ में एक तीन वर्षीय बालिका का अपहरण भी किया था। जिसमें डेढ़ साल तक जेल में रहा और फिर न्यायालय में तारीख पेशी नहीं जाने के कारण भगोड़ा भी घोषित है।
डीसीपी वेस्ट अमित बुडानिया के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अशोक सिंघल, चौमूं एसीपी अशोक चौहान के नेतृत्व में थाना प्रभारी प्रदीप शर्मा, जिला विशेष टीम प्रभारी पुलिस निरीक्षक गणेश सैनी के नेतृत्व में टीम गठित की गई। घटनास्थल से 100 मीटर दूर सीसीटीवी और मृतका के चेहरे पर चंदन से लिखा राधे राधे एवं गले में मिला जय श्री श्याम का लॉकेट मदगार साबित हुआ।
थाना प्रभारी ने बताया कि पिपली करनाल हरियाणा निवासी दलाल जयवीर सिंह उर्फ जगपाल सिंह पुत्र फकीरचंद उर्फ काशीराम और साथी महिला बेतुल मध्यप्रदेश निवासी प्रियंका उर्फ कंचन को करनाल से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। हालांकि आरोपी के पास से मिले आधार कार्ड वगैरह भी फर्जी होने की आशंका है। इसको लेकर अनुसंधान जारी है।
नींद की गोली खिलाई, फिर हत्या की
युवती को लेकर दोनों आरोपी खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए 11 अक्टूबर को पहुंचे। जहां दर्शन किए और गाड़ी को इधर-उधर घुमाते रहे, ताकि अंधेरा हो जाए। शाम को अंधेरा होने पर एक होटल में तीनों ने खाना खाया। जिसमें आरोपियों ने युवती को मैगी में नींद की गोली खिला दी। यहां से कार से चौमूं की तरफ रवाना हो गए। नींद आने पर आरोपियों ने तकिया से युवती का मुंह दबाकर हत्या कर दी। उन्होंने शव को ठिकाने लगाने का खाटूश्याम व रींगस के आसपास भी प्रयास किया, लेकिन वाहनों की भीड़ होने पर चौमूं की तरफ आ गए। यहां जिला परिवहन कार्यालय के पास हाईवे से सर्विस रोड पर आकर कार से शव को फेंक गए।
धार्मिक स्थलों को किया चिन्हित
चेहरे पर चंदन से राधे-राधे और गले में जय श्री श्याम का लॉकेट मिलने पर पुलिस ने तीन धार्मिक स्थल चिह्नित किए। जयपुर गोविंददेवजी मंदिर, जीणमाता मंदिर और खाटू श्यामजी मंदिर। चार दिन तक टीम ने हर जगह सीसीटीवी कैमरे खंगाले। चौथे दिन टीम को खाटूश्यामजी में मृतका एवं आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज मिले। इसके आधार पर पुलिस टीम ने आगे से आगे सीसीटीवी कैमरे चैक करते हुए आरोपियों की ओर से काम में ली कार का विवरण प्राप्त कर तकनीकी सहयोग से उनकी पहचान कर ली और टीम को हरियाणा के लिए रवाना किया और दोनों को दबोच लिया।
20 दिन पहले बनाई थी हत्या की योजना
आरोपी जयवीर हरियाणा में देह व्यापार का धंधा करता है। मृतका भी इस धंधे से जुड़ी हुई थी, लेकिन वह इससे निकलना चाहती थी। उन्हें जब यह जानकारी मिली तो दोनों डर गए और करीब 20 दिन पहले ही ठिकाने लगाने का प्लान बनाया।