शहर निवासी युवती अचानक 16 मार्च को घर से गायब हो गई। परिजन ने 21 मार्च को शहर कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस परिजन के साथ कॉल डिटेल के अनुसार जांच के लिए जम्मू पहुंची। इस दरम्यान कोतवाली पुलिस को 22 मार्च को डाक के जरिए कश्मीर हाईकोर्ट के दस्तावेज मिले। जिसमें युवती का 27 दिसम्बर को शरीयत कानून के तहत धर्म परिवर्तन होने की जानकारी सामने आई। दस्तावेज के अनुसार युवती ने लिखा है कि मैं मुस्लिम धर्म से प्रभावित हो गई थी। मैं पढ़ी लिखी लड़की हूं। इसलिए मुस्लिम धर्म स्वीकार कर रही हूं। हाईकोर्ट से मिले दस्तावेज के अनुसार 30 दिसम्बर को युवती का निकाह कश्मीर के कुपवाड़ा निवासी मुस्लिम युवक के साथ हुआ है।
हिन्दू धर्म छोड़ मुस्लिम धर्म अपनाकर जम्मू के कुपवाड़ा निवासी मुस्लिम लड़के से कथित निकाह के बाद कश्मीर हाईकोर्ट में युवक-युवती ने खुद की जान को अपने ही परिजन से खतरा बताया है। इस पर कश्मीर हाईकोर्ट ने सम्बधित पुलिस थानों को आदेश जारी कर सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
शहर निवासी युवती का कथित निकाह व धर्म परिवर्तन ढ़ाई महीने पहले ही हो चुका था। लेकिन इसकी भनक परिजन को नहीं लग पाई। इधर, युवती 16 मार्च को घर से अहमदाबाद जाने का कहकर गई। वह वापस नहीं लौटी तो परिजन ने 21 मार्च को कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस जांच के बाद अब मामला उजागर हुआ है।
जानकारी अनुसार कुपवाड़ा जम्मू कश्मीर निवासी युवक लम्बे समय से बाड़मेर में रहता था तथा यहीं नौकरी करता था। यहां उसकी लड़की से दोस्ती हो गई। लड़की दो माह पहले ही 18 वर्ष की हुई है। जानकारी में सामने आया है कि युवती का युवक से मोबाइल फोन पर लम्बे समय से सम्पर्क था।
शहर निवासी एक लड़की की गुमशुदगी दर्ज हुई थी। जांच के लिए पुलिस की स्पेशल टीम जम्मू कश्मीर गई थी। इस दौरान जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट से मिले आदेश में सुरक्षा मुहैया करवाने की बात है। मामले की जांच जारी है। – अमरसिंह रतनु, कोतवाल, बाड़मेर