केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने कोरोना से लडऩे के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि मध्य प्रदेश की तरह ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाले अस्पतालों को 50 फीसदी छूट देने की मांग की है। उन्होंने शिकायत की है कि बरेली में मेडिकल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं। उन्होंने कई अव्यवस्थाओं को टारगेट करते हुए लिखा है कि अस्पतालों में यूज होने वाले मेडिकल इक्विपमेंट डेढ़ गुना ज्यादा दाम पर व्यापारी बेच रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों को रेफरल के नाम पर इधर-उधर घुमाया जाता है। उन्हें भर्ती नहीं किया जा रहा है।’
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30 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता
विधायक डॉ. अरुण कुमार ने कहा है कि बरेली में 30 टन ऑक्सीजन की प्रतिदिन आवश्यकता है। एक बार ऑक्सीजन खत्म हो जाए तो 30 से 36 घंटे में ऑक्सीजन उपलब्ध हो पाता है। उन्होंने कहा कि बरेली में वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन बेड की बहुत ज्यादा कमी है।
फिरोजाबाद जिले के जसराना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक राम गोपाल लोधी की पत्नी को उपचार के लिए आठ घंटे इंतजार करना पड़ा। आगरा में वह बेड के लिए भटकीं। निजी अस्पताल में उन्हें वेंटीलेटर नहीं मिला। डीएम के हस्तक्षेप पर शुक्रवार रात 12.30 बजे बेड मिला। पर, उपचार शुरू नहीं हो सका। सांस की तकलीफ बढऩे पर रात 2.30 बजे वेंटिलेटर मिला। भाजपा विधायक और उनकी पत्नी संध्या लोधी दोनों कोरोना संक्रमित हैं। विधायक का उपचार फिरोजाबाद के कोविड अस्पताल में चल रहा था। शुक्रवार शाम पांच बजे एसएन मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां उन्हें पहले कोविड वार्ड में बेड नहीं मिला। डीएम प्रभु एन सिंह के कहने पर शुक्रवार रात 12 बजे उन्हें भर्ती किया गया। लेकिन भर्ती करने के बाद भी उनका उपचार शुरू नहीं हो सका। दूसरी तरफ फिरोजाबाद में भर्ती भाजपा विधायक की रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी मिल गई।