फ्रांस से दिल्ली और फिर नेपाल की यात्रा
फ्रांस के नागरिक ब्रायन जैक्स गिलबर्ट और सेबेस्टियन फ्रेंकाइस 7 जनवरी को फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे। उनकी योजना साइकिल से दिल्ली से पीलीभीत होते हुए टनकपुर के रास्ते नेपाल के काठमांडू जाने की थी। हालांकि, गूगल मैप के जरिए शॉर्टकट रास्ता खोजने के प्रयास में वे बहेड़ी के चुरैली डैम इलाके में भटक गए।रात 11 बजे सुनसान इलाके में देख घबरा गए ग्रामीण
रात करीब 11 बजे, ग्रामीणों ने दो अजनबियों को सुनसान सड़क पर साइकिल से घूमते देखा। जब उनसे बात करने की कोशिश की गई तो भाषा की समस्या के कारण संचार मुश्किल हो गया। संदेह होने और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों ने उन्हें चुरैली चौकी पहुंचा दिया। चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मी भी उनकी भाषा समझने में असमर्थ रहे, जिसके बाद मामला एसएसपी अनुराग आर्य तक पहुंचाया गया।सीओ व इंस्पेक्टर ने कराया सुरक्षित रुकने का इंतजाम
मामले की जानकारी मिलते ही सीओ अरुण कुमार और प्रभारी निरीक्षक संजय तोमर चुरैली चौकी पहुंचे। रात ज्यादा होने के कारण दोनों विदेशी नागरिकों को ग्राम प्रधान के घर ठहराने का निर्णय लिया गया। अगली सुबह पुलिस अधिकारियों ने उन्हें फूल माला पहनाकर सम्मानपूर्वक नेपाल के लिए रवाना कर दिया।फ्रांसीसी पर्यटकों ने जताया आभार
सीओ अरुण कुमार और इंस्पेक्टर संजय तोमर के सहयोग से दोनों पर्यटकों की यात्रा सुरक्षित बनी रही। सुबह जब उन्हें नेपाल के लिए रवाना किया गया तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों का धन्यवाद किया और “थैंक यू” कहकर अपनी कृतज्ञता प्रकट की।गूगल मैप ने फिर दिखाया गलत रास्ता
सीओ अरुण कुमार ने बताया कि गूगल मैप के कारण ही दोनों विदेशी पर्यटक भटक गए। ऐप ने उन्हें टनकपुर की बजाय बहेड़ी का शॉर्टकट दिखा दिया, जिससे वे गलत रास्ते पर चले गए और चुरैली डैम तक पहुंच गए।सीओ अरुण कुमार का बयान
“दोनों फ्रांसीसी पर्यटकों को सुरक्षित नेपाल के लिए रवाना कर दिया गया है। चूंकि रात काफी हो चुकी थी, इसलिए उन्हें ग्राम प्रधान के घर ठहराया गया था।”— अरुण कुमार, सीओ