हाई टेंशन लाइन के नीचे लगेंगी अस्थाई दुकानें तो लग सकती है आग
सीएफओ चंद्र मोहन शर्मा ने बुधवार को एडीएम प्रशासन को पहली निरीक्षण रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें बताया गया था कि मेला स्थल पर बिजली की लाइनों के नीचे अस्थाई दुकानें लगी हुई थीं, जिससे आग लगने या करंट के कारण जान-माल का भारी जोखिम था। इसमें बिजली की लाइनों से दूर दुकानों को हटाने की सिफारिश की गई थी। साथ ही, रिपोर्ट में कहा गया था कि मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानें, विशेषकर खान-पान की दुकानें, जिनमें गैस भट्टियों का इस्तेमाल हो रहा था, अग्नि दुर्घटना का खतरा बढ़ा रही थीं। निरीक्षण में पाया गया कि यहां आग बुझाने के कोई उपकरण मौजूद नहीं थे, और झूलों तथा सर्कस पर तत्काल रोक लगाने की सिफारिश की गई थी। यह रिपोर्ट डीएम, एसएसपी और एसडीएम को भी भेजी गई थी।
अगले दिन बोले कोई दिक्कत नहीं है लगा सकते हैं दुकाने
हालांकि, गुरुवार को मुख्य अग्निशमन अधिकारी की ओर से भेजी गई दूसरी रिपोर्ट ने सभी को हैरत में डाल दिया। इस रिपोर्ट में कहा गया कि प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण करने के बाद पाया गया कि वहां कोई हाईटेंशन लाइन नहीं है और अग्निशमन वाहन भी आसानी से पहुंच सकते हैं। रिपोर्ट में 11 शर्तों के साथ मेले में खेल-तमाशे, सर्कस और झूलों को लगाने की अनुमति देने की सिफारिश की गई।