राधिका इंक्लेव से किया गिरफ्तार
बुधवार रात करीब पौने दो बजे पुलिस ने इज्जतनगर के कर्मचारीनगर स्थित राधिका इंक्लेव में सौरभ और गौरव को हिरासत में लिया। इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र गौतम ने बताया कि जांच के दौरान दोनों के पास से भारी मात्रा में अफीम पाई गई। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे पहले प्लाईवुड का काम करते थे, लेकिन संजीव गर्ग की हत्या के मामले में जेल जाने के बाद उनका कारोबार बंद हो गया। जेल से रिहा होने पर उन्होंने अफीम की तस्करी शुरू कर दी। अफीम बेचने जाते समय ही उन्हें पुलिस ने पकड़ा और कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मौसा की हत्या में दी थी सुपारी
20 जनवरी 2022 को संजीव गर्ग की फतेहगंज पश्चिमी में लोहे की रॉड और धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। उनका शव उनकी कार में मिला था। जांच के बाद सामने आया कि हत्या के सूत्रधार सौरभ और गौरव थे, जो संजीव गर्ग की फैक्ट्री में काम करते थे। काम में अनियमितता के चलते संजीव ने उन्हें नौकरी से हटा दिया था, जिससे नाराज होकर उन्होंने हत्या की साजिश रची। दोनों भाइयों ने पांच लाख रुपये में मठ कमल नयनपुर के कुख्यात अपराधी विकास कश्यप (उर्फ विकास भल्ला) और राजस्थान के शुभम कुमावत को सुपारी दी थी। इस बहुचर्चित हत्याकांड में पुलिस ने आठ-नौ अपराधियों को गिरफ्तार किया था और उनके पास से कई किलो सोना, नकदी और लग्जरी कार बरामद की थी।
गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई थी
फरवरी 2023 में फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इसमें सौरभ, गौरव, विकास कश्यप, शुभम कुमावत, दीपक सोनी (उर्फ दीपक रायल), हरियाणा के राजवीर सिंह (उर्फ सरपंच), और मुरादाबाद के दयाराम सिंह (उर्फ विकास) शामिल थे।