हर साल जिले के जलाशयों में सर्दी शुरू होने के साथ ही देश-विदेश से प्रवासी पक्षियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है। राज्य सरकार ने जिले में करीब 12 वैटलैंड (आद्र्रभूमियों) को अधिसूचित किया है। इनमें इकलेरा सागर, कोटरापार तालाब, बैथली डेम, ङ्क्षहगलोट डेम, उतावाली डेम, सहरोल तालाब, गरड़ा तालाब, नियाना तलाई, नाहरगढ़, तेजाजी की तलाई, पुष्कर तालाब एवं ल्हासी डेम शामिल हैं। बारां जिले से सबसे अधिक 12 वैटलैंड को अधिसूचित किए गए हैं। जिले के अंता उपखंड स्थित सोरसन अभयारण्य के अमलसरा तालाब का नाम इनमें सबसे ऊपर है। यहां पर पूरी सर्दियों के दौरान कई तरह के प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं।
बारां•May 11, 2024 / 01:16 pm•
mukesh gour
हर साल जिले के जलाशयों में सर्दी शुरू होने के साथ ही देश-विदेश से प्रवासी पक्षियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है। राज्य सरकार ने जिले में करीब 12 वैटलैंड (आद्र्रभूमियों) को अधिसूचित किया है। इनमें इकलेरा सागर, कोटरापार तालाब, बैथली डेम, ङ्क्षहगलोट डेम, उतावाली डेम, सहरोल तालाब, गरड़ा तालाब, नियाना तलाई, नाहरगढ़, तेजाजी की तलाई, पुष्कर तालाब एवं ल्हासी डेम शामिल हैं। बारां जिले से सबसे अधिक 12 वैटलैंड को अधिसूचित किए गए हैं। जिले के अंता उपखंड स्थित सोरसन अभयारण्य के अमलसरा तालाब का नाम इनमें सबसे ऊपर है। यहां पर पूरी सर्दियों के दौरान कई तरह के प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं।
Hindi News / Baran / बारां में प्रदेश के सबसे ज्यादा 12 वैटलेंड, हर साल देश-विदेश से आते हैं 270 प्रजाति के पक्षी