रविवार सुबह रिसाव बढ़ गया और करीब 40 फीट की दीवार दरक गई। इससे तालाब में भरा पानी तेजी से बाहर निकला। पानी के बहाव से कई घर गिर गए हैं। लोगों के सामान भीग गए। घरों में पानी भर गया। कई मवेशी भी इसमें बह गए जिनका अब तक कोई पता नहीं चला है। तालाब का पानी नजदीक बहने वाली पलको नदी में पहुंच गया। इससे पलको नदी में उफान आ गया। दोपहर बाद पानी खत्म होने पर बहाव कम हुआ। इसके बाद लोगों और प्रशासन ने राहत की सांस ली।
यहां बिगड़ गए हालात
कस्बे की सहराना बस्ती, मुस्लिम मोहल्ला, कुम्हार बस्ती तथा परिहार बस्ती के दर्जनों घरों में पानी घुस गया। यहां करीब दो से तीन फीट तक पानी का भराव था। हालांकि प्रशासन ने इस क्षेत्र के करीब सौ घरों को पहले ही खाली करवा लिया था। तालाब टूटने की जानकारी मिलते ही पटाखे चलाकर तथा मुनादी कर लोगों को चेताया गया।
बिजली के कई पोल भी गिरे
तालाब का पानी कस्बे की निचली बस्तियों में घुसा तो पानी के साथ आए कचरे व मलबे के दबाव से बिजली के कई खंभे धराशायी हो गए हैं। तालाब टूटने की सूचना मिलते ही शाहाबाद उपखण्ड अधिकारी, देवरी व शाहाबाद पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। वहीं बारां से एसडीआरएफ तथा सिविल डिफेन्स की रेस्क्यू टीमे भी पहुंची। प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने रिश्तेदारों समेत स्कूल तथा अन्य जगह पर शरण ली।
प्रशासन ने की व्यवस्था
मोके पर सुबह पहुंचे जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने बताया कि तालाब की पाल टूटने की पूर्व आशंका के चलते ही ऐहतियात बरती गई। इससे नुकसान कम हुआ। हालांकि वेस्टबियर से तालाब के पानी की निकासी का भी प्रयास किया गया था, लेकिन पानी अधिक होने से यह हालात बने। निचली बस्ती के लोगो को स्कूल व अन्य जगहों पर ठहराया गया है। पेयजल के टैंकर मंगवाए गए हैं। करीब एक हजार लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है। देवरी में एडीएम, एसडीएम समेत 25 पटवारी तथा 25 ग्राम सचिव, जेवीवीएनएल व अन्य अधिकारी तैनात हैं। जो बाद की व्यवस्थाओं को पुख्ता करेंगे। पानी उतरने लगा है। घरों का सर्वे करवाया जाएगा। जिन घरों के हालात जीर्णशीर्ण होंगे। लोगों को उनमें रहने से रोका जाएगा।