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शाहाबाद-किशनगंज क्षेत्र की तकदीर बदलेंगी ईआरपीसी-पीकेसी परियोजना

दोनों परियोजनाओं से विधानसभा इलाके को पानी मिलेगा। इससे बड़े इलाके में हो सकेगी ङ्क्षसचाई, इसके अलावा पेयजल का संकट का भी समाधान हो सकेगा। इन परियोजनाओं से जोडकऱ ङ्क्षसचाई, पेयजल, उद्योगों को पानी दिया जाएगा।

बारांDec 24, 2024 / 12:05 pm

mukesh gour

दोनों परियोजनाओं से विधानसभा इलाके को पानी मिलेगा। इससे बड़े इलाके में हो सकेगी ङ्क्षसचाई, इसके अलावा पेयजल का संकट का भी समाधान हो सकेगा। इन परियोजनाओं से जोडकऱ ङ्क्षसचाई, पेयजल, उद्योगों को पानी दिया जाएगा।

दोनों परियोजनाओं से विधानसभा इलाके को पानी मिलेगा। इससे बड़े इलाके में हो सकेगी ङ्क्षसचाई, इसके अलावा पेयजल का संकट का भी समाधान हो सकेगा। इन परियोजनाओं से जोडकऱ ङ्क्षसचाई, पेयजल, उद्योगों को पानी दिया जाएगा।

बारां. किशनगंज-शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र को ईआरसीपी पीकेसी लिंक परियोजना से न केवल किसानों, बल्कि ग्रामीणों की भी तकदीर बदलने वाली है। दोनों परियोजनाओं से विधानसभा इलाके को पानी मिलेगा। इससे बड़े इलाके में हो सकेगी सिंचाई, इसके अलावा पेयजल का संकट का भी समाधान हो सकेगा। इन परियोजनाओं से जोडकऱ सिंचाई, पेयजल, उद्योगों को पानी दिया जाएगा।
समरानियां-केलवाड़ा भी होंगे हकदार

विधायक ललित मीणा ने बताया कि विधायक डॉ. मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा में भी विधानसभा क्षेत्र को 800 करोड़ की विभिन्न योजनाओं की सौगात दी है। विधायक मीणा ने बताया कि ईआरसीपी-पीकेसी लिंक परियोजना में नाहरगढ़ देवरी समरानियां, केलवाड़ा को लाभान्वित किये जाने के लिए परीक्षण प्रक्रियाधीन है।
जिले में दो बैराज बनेंगे

इसके तहत कूल नदी पर रामगढ़ बैराज, पार्वती पर महलपुर बैराज और नवनेरा बांध के पंप हाउस निर्माण पर कुल 2 हजार 66 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बैराज से आगामी समय में सिंचाई, पेयजल और उद्योगों को पानी मिलेगा। कूनो बेसिन में 9 फव्वारा आधारित सिंचाई परियोजनाओं से 7 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा दी जाएगी। कूल नदी पर निर्माणाधीन रामगढ़ बैराज की उपयोगी भराव क्षमता 30 एमसीएम है। इससे क्षेत्र को पेयजल मिलेगा। केलवाड़ा, समरानियां क्षेत्र को योजना में सम्मिलित करने के प्रस्ताव बना रहे हैं।
औद्योगिक विकास होगा

पार्वती नदी पर निर्माणाधीन महलपुर बैराज की उपयोगी भराव क्षमता 228 एमसीएम है। इससे क्षेत्र में पेयजल सिंचाई और औद्यौगिक क्षेत्र को पानी मिलेगा। औद्यौगिक जल उपलब्धता होने से जिले में उद्योगों की स्थापना होगी और जिले का विकास होगा। बारां जिले के नाहरगढ़-बरनी-डूबराज क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए योजना में सम्मिलित करने को लेकर प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। बारां जिले में अंधेरी मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण किया जाएगा। जिससे करीब 10 हजार हैक्टेयर में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। शाहाबाद क्षेत्र के तलहटी क्षेत्र में सिंचाई के लिए बजट घोषणा में 410 करोड़ रुपए एनिकट निर्माण के लिए दिए गए हैं। इससे देवरी में जिन्हा तालाब का कार्य 25 करोड़ रुपए से करवाया जाएगा। नाहरगढ़, देवरी, समरानियां को पीकेसी से लाभांवित किए जाने को लेकर प्रक्रिया चल रही है। क्षेत्रवासी, पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता क्षेत्रीय विधायक डॉ. ललित मीना की अगुवाई में 25 दिसंबर को रवाना होकर 26 दिसंबर को जयपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को धन्यवाद देंगे।

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