गौरतलब है कि
बारां शहर में ईद-ए-मिलाद के जुलूस के दौरान विवाद खड़ा हो गया। मुस्लिम समुदाय महाराणा प्रताप चौराहे के चक्कर लगाने को लेकर अड़ गया। जिसे लेकर पुलिस ने मना कर दिया। चूंकि यह रास्ता तय रूट से अलग था। हालांकि पुलिस की तत्परता के चलते बड़ी घटना होने से बच गई।
क्यों मनाते हैं ईद-ए-मिलाद
बताते चलें कि ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद भी कहा जाता है। यह दिन पैगंबर मोहम्मद के जन्म की खुशी के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें इस्लाम में अंतिम नबी माना गया है। यह पर्व इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-अल-अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है।