यह भी पढ़े –
यूपी बोर्ड का फैसला, 10वीं-12वीं में इस साल से एनसीसी का विकल्प भी शामिल जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पढ़ा रहे कोचिंग में वहीं मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत जिले में शुरू हुई अभ्युदय कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि सीएम योगी की इस पहल से उनको काफी लाभ मिल रहा है। आर्थिक तंगी या दूरी की वदह से वह लोग अच्छी कोचिंग नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में इस कोचिंग से उनकी पढ़ाई का सपना पूरा हो रहा है। छात्र-छात्राओं के मुताबिक पढ़ाई के साथ-साथ कोचिंग में जिले के बड़े अधिकारी भी पढ़ाने के लिये आते हैं। जिससे उनके अनुभव की भी जानकारी होती है। इसके अलावा इन छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे शिक्षक डॉ. राजेश कुमार गुप्ता और ताजुद्दीन खान ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल की सराहना की है। शिक्षकों का कहना है कि गरीब तबके के बच्चों के लिये यह कोचिंग एक सुनहरे अवसर की तरह है। बाराबंकी के जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की इस पहल से जिले के बच्चों को फ्री में उच्च श्रेणी की शिश्रा मिल रही है। उन्होंने बताया कि अभ्युदय कोचिंग में जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पढ़ा रहे हैं। साथ ही जिले के बड़े अधिकारी भी क्लास लेते हैं। ऐसे में बच्चों को सफलता मिलना निश्चित है।
यह भी पढ़े –
यूपी: मदरसों में भी अब हाईटेक तरीके से कराई जाएगी पढ़ाई, app का होगा इस्तेमाल 282 दिन की कक्षाओं में सवरेगा छत्रों का भविष्य गौरतलब है कि यूपीएससी की परीक्षा के लिए लाखों छात्र विभिन्न स्थानों पर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं। ऐसे में एक सच यह भी है कि अनगिनत छात्र कोचिंग की महंगी फीस को जमा करने लायक नहीं होते। जिसके चलते वह अच्छी पढ़ाई नहीं कर पाते और काबिल होते हुए भी अपना सपना पूरा नहीं कर पाते। ऐसे ही छात्रों के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ी पहल करते हुए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत अभ्युदय कोचिंग सेंटर की शुरुआत की है। जहां आईएएस, पीसीएस, नीट और इंजीनियरिग के अलावा एनडीए, सीडीएस और दूसरी सैन्य सेवाओं तथा पुलिस भर्ती से जुड़ी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। इस योजना के तहत 282 दिन की कक्षाओं के बल पर छात्र-छात्राओं को सिविल सेवा समेत दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा।