यहां एएनएम मंजू चौधरी ने उसकी जांच कर उपचार शुरू किया। आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने से कनी की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। एएनएम ने तत्काल अन्यत्र ले जाने को कहा तो वे घबरा गए। एएनएम से स्थिति संभालने का आग्रह भी किया, लेकिन उसने हाथ खड़े कर दिए। इस पर उसे लेकर रवानगी के प्रयास किए, तभी कनी की मौत हो गई।
मामले की सूचना देने पर अरथूना पुलिस ने शव परतापुर सीएचसी भेजा। इस बीच, प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि महिला का तीन बार मिसकरेज हो चुका है। उसका यह 5वां प्रसव था। मामले को लेकर परिजनों ने एएनएम पर लापरवाही करने और टोकने पर विवाद कर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की और अड़ गए। इस पर दूसरे दिन बुधवार को शव बांसवाड़ा भेजकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।