इसके बावजूद निजी बस मालिकों ने प्रतिदिन प्रति बस 20 रुपए किराया संग्रहित करने की मांग को लेकर न्यायालय में वाद दायर किया है। मंत्री ने निजी मालिकों को यह याचिका वापस लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि कैम्पेगौड़ा बस स्टैंड को 60 पहले बनवाया गया था। अब यहां से हर दिन 2000 बीएमटीसी की बसें और 3000 हजार केएसआरटीसी की बसों का संचालन होता है। हर दिन 10 हजार फेरे करती हैं। यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण सरकार का केएसआरटीसी के भवन का विस्तार करने का मानस है। जरूरत पड़ने पर मौजूदा भवन पर मजिलें बढ़ाई जाएंगी। कलासीपाल्यम बस स्टैंड से प्रतिदिन बीएमटीसी की 4400 केएसआरटीसी की 400 और 250 बसें संचालित होती हैं। सड़क परिवहन निगम की बसों में क्यूआर कोड की सुविधा है। मोबाइल फोन के जरिए किराया भुगतान कर टिकट प्राप्त करने की सुविधा भी है। चारों सड़क परिवहन निगमों में 13000 चालक व परिचालकों की नियुक्ति के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। कोरोना के कारण चालक व परिचालकों की भर्ती प्रक्रिया ठप पड़ी थी। चारों निगमों में 23 हजार बसें हैं जो प्रतिदिन डेढ़ लाख फेरे लगाती हैं। इस अवसर पर बीएमटीसी की प्रबंध निदेशक जी सत्यवती भी मौजूद थीं।