श्रीवास्तव ने दक्षिण-पश्चिम रेलवे द्वारा शुरू की गई प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि कवच प्रणाली को 485 करोड़ रुपए की लागत से 1,568 आरकेएम में स्थापित किया जा रहा है, जिसमें अतिरिक्त 2,148 आरकेएम की स्वीकृति है। बेंगलुरु क्षेत्र में 1,043.63 करोड़ रुपये की लागत वाली स्वचालित सिग्नलिंग और यार्ड रीमॉडलिंग परियोजनाओं का उद्देश्य सुरक्षा और परिचालन दक्षता को बढ़ाना है। दोहरीकरण और नई लाइनें बिछाने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, जिसमें 13.87 किलोमीटर दोहरीकरण और 7.3 किलोमीटर नई लाइनें चालू की गई हैं। 248 करोड़ रुपए की लागत से बेंगलूरु बाईपास लाइन (6.14 किलोमीटर) को मंजूरी दी गई है, साथ ही प्रमुख खंडों को दोगुना और चौगुना करने के लिए 1,556 किमी को कवर करने वाली 12 एफएलएस परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है। गणतंत्र दिवस समारोह में डॉग स्कवॉयड शो,सांस्कृतिक कार्यक्रम और रेलवे के लिए आपदा प्रबंधन में तैयारियों को प्रदर्शित करने के लिए नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल शामिल थी। इस कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक के.एस.जैन, मंडल रेल प्रबंधक हुब्बल्ली बेला मीणा, प्रमुख विभागाध्यक्ष और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। दपरे महिला कल्याण समिति की अध्यक्ष नमिता श्रीवास्तव और अन्य सदस्य भी मौजूद थीं।