यह बात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने विश्व शांति सेवा समिति, बेंगलूरु के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के समापन पर कही। उन्होंने कहा कि शिव महापुराण में बताया गया है कि भगवान शिव की पूजा करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। भगवान की कृपा के अलावा कोई भगवान को जान नहीं सकता है। भगवान को पाने का रास्ता केवल सत्संग होता है इसलिए मनुष्य के जीवन में सत्संग का बहुत बड़ा महत्व होता है। जब समय अच्छा चल रहा होता है जब सारी चीज समझ आती है और जब बुरा समय चल रहा होता है तब अच्छी चीज से ही दूरियां बढ़ती हैं। कथा से पूर्व श्रद्धालुओं ने पदयात्रा ने पदयात्रा भी निकाली।
इससे पहले मुख्य यजमान जे.के. गुप्ता, पूनम गुप्ता, प्रमुख यजमान संतोष महाराज, सह यजमान रामा शर्मा, भंडारा यजमान पुरंदरु भवन, आयोजन समिति सदस्य संजय अग्रवाल, महेश कुमावत, रतन पाण्डेय, संजय चतुर्वेदी, ओमप्रकाश ठाकुर ने कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर का स्वागत किया।