परमेश्वर ने कहा कि उधारकर्ताओं को ऋण लेते समय वचन देना आवश्यक है, लेकिन माइक्रोफाइनेंस कंपनियां अक्सर उद्देश्य बताए बिना उनसे कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाते हैं, जिससे उधारकर्ताओं को पता ही नहीं चलता कि वे किस बात पर सहमत हो रहे हैं। उन्होंने कहा, माइक्रोफाइनेंस कंपनियां लोगों को परेशान करती हैं और उनकी संपत्ति जब्त कर लेती हैं। हमें इस समस्या से निपटने के लिए कानूनी समाधान खोजने की जरूरत है।
‘मंगलिया सारा बचाओ’ अभियान, सीएम को मंगलसूत्र भेजा
बेंगलूरु. माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा लगातार उत्पीड़न के खिलाफ एक साहसी कदम उठाते हुए, राज्य की महिलाओं ने इसके खिलाफ ‘मंगलिया सारा बचाओ’ अभियान छेड़ दिया है। यह पहल उधारकर्ताओं, विशेष रूप से महिलाओं के साथ किए जाने वाले अमानवीय व्यवहार के जवाब में की गई है, जो आक्रामक ऋण वसूली प्रथाओं का शिकार बन रही हैं। उत्तरी कर्नाटक के हावेरी जिले की महिलाओं ने ‘मंगलिया सारा बचाओ’ (मंगल सूत्र बचाओ) नामक एक अभियान शुरू किया। अपनी याचिका के हिस्से के रूप में, महिलाओं ने मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या को व्यक्तिगत रूप से एक मंगलिया सारा भेजने का उल्लेखनीय कदम उठाया है, जिसमें उन्होंने अपनी गंभीर चिंताओं को उजागर किया है और उच्चतम स्तर पर हस्तक्षेप की मांग की है। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या की शिकारी ऋण प्रथाओं के खिलाफ कड़े कदम उठाने की चेतावनी के बावजूद माइक्रोफाइनेंस कर्मचारियों द्वारा उत्पीड़न की घटनाएं पूरे राज्य में बेरोकटोक जारी हैं।