फिर बिना किसी नियम के मुलाकात करने लगी। पूछताछ में पता चला कि निखत शुरुआत में कर्वी के होटलों में रहती थी। इसके बाद उसने किराए पर कमरे लेने शुरू किए। कुछ दिनों में ही वह कमरे बदल देती थी। कर्वी के कुछ स्थानीय लोग उसकी मदद करते थे।
ठेकेदार बताकर सपा नेता ने दिलवाया था कमरा
निखत बानो अभी बैंक कॉलोनी विकास नगर कपसेठी में प्रहलाद साहू के मकान में किराए पर रहती थी। मकान मालिक ने बताया, “2 जनवरी को सपा नेता ने हमारे यहां किराए पर कमरा दिलाया था। यह कहकर कमरा दिलाया था कि यह लोग पानी की टंकी बनवाने वाले बड़े ठेकेदार हैं।”
निखत के साथ तीन लोग और रहते थे
“सपा नेता ने गारंटी के तौर पर एग्रीमेंट भी करवाने की बात कही थी। निखत के अलावा एक बुजुर्ग, एक नौकरानी और ड्राइवर रहता था। निखत के यहां परिवार के लोग और रिश्तेदार भी आते-जाते थे।”
मकान मालिक प्रहलाद साहू ने बताया, “एग्रीमेंट कराने की बात चल रही थी। मैं 5-6 दिन के लिए बाहर चला गया, जिससे एग्रीमेंट नहीं हो पाया। मैंने पुलिस को सब कुछ बता दिया है। निखत की गिरफ्तारी हुई तो सपा नेता अंडरग्राउंड हो गया।”
निखत जेल में बंद पति अब्बास अंसारी को घर जैसी सुविधा दिलाती थी। इसके लिए वह जेल के अफसरों और कर्मचारियों को महंगे गिफ्ट और पैसे देती थी। पुलिस के पूछताछ के बाद उसने यह बात बताई। यह सारी बातें मुकदमे में दर्ज हैं।
पकड़े जाने के बाद निखत से मोबाइल बरामद हुआ। लॉक खोलने के लिए निखत बानो से अधिकारियों ने कहा तो उसने बहुत डाटा डिलीट कर दिया। इसके बाद अधिकारियों को गलत पासवर्ड भी बताया, जिससे फोन लॉक हो गया। अधिकारियों ने इन हरकतों के लिए फटकारा तो उसने अधिकारियों को देख लेने की धमकी भी दी।
निखत को एक सप्ताह से ट्रेस कर रहे थे चौकी इंचार्ज
रोजाना जेल में चोरी-छिपे पति से मिलने की जानकारी चौकी इंचार्ज श्यामदेव सिंह को एक सप्ताह पहले ही हुई थी। इसके बाद वह गोपनीय तरीके से निखत पर नजर रखने लगे। इसके अलावा उसके कमरे तक ट्रेस किया। एक सप्ताह लगातार जेल में निखत के आने-जाने के सुबूत भी तैयार किए। इसके बाद उन्होंने अपने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।
डीएम ने स्टाफ को गाड़ी में बैठने के बाद जेल चलने के बारे में बताया
अधिकारियों को बताया तो DM और SP ने चुपचाप जेल पहुंचने की योजना बनाई। दोनों अधिकारियों ने गाड़ी में बैठने के बाद ही स्टाफ को जेल चलने के बारे में बताया, जिससे कोई सूचना लीक न हो। डीएम के साथ एसपी भी सादे ड्रेस में जेल पहुंचीं। दोनों के जेल गेट में पहुंचने के बाद ही वहां कर्मचारियों को पता चला। अंदर पहुंचते ही दोनों अफसर सीधे अब्बास अंसारी के बैरक में पहुंच गए, जिससे वहां के अफसरों को संभलने का भी मौका नहीं मिला।
पुलिस ने अचानक घेरी जेल
जेल में छापे के दौरान जैसे ही DM-SP को गड़बड़ी की आशंका हुई। उन्होंने तुरंत फोर्स बुला ली। SP के आदेश पर स्वाट टीम के अलावा कई थानों की फोर्स, महिला पुलिसकर्मी और कई पुलिस अफसर जेल पहुंच गए। जेल को पूरी तरह से घेर लिया।
निखत रोजाना सुबह 11 बजे जेल पहुंच जाती थी। जेल में दोनों के लिए जेल सुपरिटेंडेंट के ऑफिस के बगल में एक VIP कमरा बुक रता था। वहीं पर वह तीन से चार घंटे पति के साथ बिताती थी। इधर 15 दिन से वह रोज जेल जा रही थी।
जेल के भीतर पकड़ी गई निखत बानो अंसारी के पास एक बैग मिला है। बैग में दो मोबाइल, 21 हजार रुपए, विदेशी मुद्रा 12 रियाल, 2 सोने की रिंग, 2 नोज पिन, 2 कंगन, 2 चेन और श्रृंगार सामग्री बरामद हुई है।
निखत और उसके ड्राइवर नियाज को पकड़ने के बाद पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार देर रात तक पूछताछ की। दोनों के पास मिले मोबाइल से जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस ने पासवर्ड मांगे। ड्राइवर ने स्क्रीन पासवर्ड तो दिया, लेकिन फोल्डर अलग से लॉक थे। मुश्किल से पुलिस उसके मोबाइल का डाटा खंगाल पायी।
जिस जेल में पकड़ी गई अब वहीं रहेगी निखत
विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो अंसारी व उनके चालक को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने शनिवार को कड़ी सुरक्षा में न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दोनों को पांच दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब निखत जिस जेल में पकड़ी गई, उसी में रातें काटेगी। अब दोनों की 16 फरवरी को न्यायालय में पेशी होगी। पेशी डीआईजी जेल ने तफ्तीश के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी है।
जिला कारागार में तैनात सिपाही जगमोहन कई बार चर्चाओं में रहा है। उसके खिलाफ भी नामजद मुकदमा दर्ज हुआ है। डीएम-एसपी की छापेमारी के दौरान बैरक से गायब विधायक अब्बास अंसारी को सिपाही जगमोहन ने ही दूसरे रास्ते से बैरक तक पहुंचाया था। सिपाही का नाम बागपत जेल में मारे गए माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या के दौरान चर्चाओं में भी आया था। चित्रकूट जेल में गैंगवार के दौरान भी इस सिपाही की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगे थे।
DM और SP ने जेल के CCTV कैमरों का डाटा, मुलाकाती रजिस्टर के साथ कमरे को भी सील कर दिया। संयुक्त छापेमारी की रिपोर्ट भी डीएम-एसपी ने शासन को शुक्रवार रात ही भेज दी थी। शनिवार को DM अभिषेक आनंद और SP बृंदा शुक्ला ने पुलिस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बताया कि मामले की बारीकी से जांच कराई जा रही है। CO सिटी हर्ष पांडेय को जांच सौंपी गई है। निखत और ड्राइवर के मोबाइलों की सीडीआर निकाली जा रही है।