ये भी पढ़ें- यूपीः कागजों में घट गए कोरोना संक्रमण के आंकड़े, आज मिले 20000 से भी कम केस, नहीं थमा मौतों का सिलसिला जानें कब खानी है कौन सी दवा-सीएमओ डा. वी.बी. सिंह ने बताया यदि मरीज का वजन 50 किलोग्राम से अधिक है तो बुखार होने पर पैरासिटामॉल की 650 एमजी (Paracetamol 650 MG) की एक टेबलेट दिन में तीन बार लेनी है। बुखार नहीं होने की स्थिति में पैरासिटामॉल नहीं लेनी है।
– आइवेर्मेक्टिन की 12 एमजी (Ivermectin 12 mg) की एक गोली वयस्क व्यक्तियों को दिन में एक बार रात के खाने के दो घंटे बाद खानी है। इसका सेवन पांच दिन तक करना है। गर्भवती, धात्री महिलाओं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को यह दवा नहीं खानी है।
– कैप्सूल डोक्सीसाइक्लिन 100 एमजी (Doxycycline 100 MG) का सेवन दिन में दो बार करना है अथवा एजिथ्रोमायसिन की 500 मिग्रा (Azithromycin 500 mg) की एक गोली पांच दिन तक वयस्क व्यक्तियों को लेनी है। गर्भवती, धात्री और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को इस दवा का सेवन नहीं करना है।
ये भी पढ़ें- कोरोना कर्फ्यू: अब लखनऊ में भी खुलेंगी शराब के दुकानें, जानें समय व गाइडलाइन्स – यदि डोक्सीसाइक्लिन पांच दिन खाने के बाद भी बुखार रहता है तो कोरोना पॉजिटिव आने के छठे दिन से एजिथ्रोमायसिन (Azithromycin) की गोली पांच दिन तक लेनी है, लेकिन ऐसी स्थिति में डाक्टर से सलाह जरूर लें।
– इन दवाओं के साथ विटामिन सी की 500 मिलीग्राम (Vitamin C 500 mg) की एक गोली दिन में तीन बार, जिंक की 50 मिलीग्राम (Zinc 50 mg) की एक गोली दिन में दो बार और विटामिन बी काम्प्लेक्स (Vitamin B complex) की एक गोली दिन में एक बार दस दिन तक खानी है। इसके आलावा विटामिन डी थ्री 60,000 यूनिट हर सप्ताह में एक बार दूध या पानी के साथ खानी है।
ये भी पढ़ें- Patrika Positive News: मामले घटने के साथ कम हुई ऑक्सीजन की डिमांड, प्लांट पर पहुंचने वालों की संख्या भी हुई आधी गाइड लाइन के तहत बताई गई दवाओं का सेवन करें-मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विजय बहादुर सिंह ने बुधवार को बताया कि कोविड की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर घबराएं नहीं, गाइड लाइन के तहत बताई गई दवाओं का सेवन करें, इससे जल्द लाभ मिलेगा। जिन लोगों में कोविड के लक्षण हैं और रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं। वह रिपोर्ट का इंतेजार करने के बजाय दवाओं का सेवन कर सकते हैं जिससे इलाज में देरी नहीं होगी। एसीएमओ डा. बी.पी. सिंह ने बताया कि जिनका ऑक्सीजन लेवल 95 से नींचे है और सामान्य लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं। ऐसे मरीजों को एल-1 कोविड अस्पताल में रखा जा रहा है। होम आइसोलेशन में मरीज का तापमान, ऑक्सीजन लेवल और ऑक्सीजन सैचुरेशन दिन में तीन बार जांचा जाना चाहिए। होम आइसोलेशन वाले मरीजों के प्रारंभिक जांच के दसवें दिन या भर्ती होने के सातवें दिन डिस्चार्ज किया जाएगा। रोगी को उसके बाद घर में सात दिनों तक क्वारंटीन रहना होगा।
वर्तमान हालात में स्वास्थ्य विभाग की सलाह
एसीएमओ डा. ए.के. सिंद्यल ने बताया कि होम आइसोलेशन वाले मरीज दवाओं के नियमित सेवन के साथ दिन में 3-4 लीटर पानी पीयें। दिन में कम से कम 3 बार भाप लें। 8 घंटे सोयें 45 मिनट तक व्यायाम करें समय-समय पर ऑक्सीजन का स्तर चेक करते रहें। यदि ऑक्सीजन का स्तर 95 प्रतिशत से नीचे जाता है तो डॉक्टर से सलाह लें। होम आइसोलेट किए गए व्यक्ति व लक्षण युक्त व्यक्ति, मास्क एवं सैनिटाइजर का उपयोग करें। अलग कक्ष में रहें तथा अलग शौचालय का प्रयोग करें। समय समय पर अपने ऑक्सीजन स्तर की जांच करते रहें।