Yogi Government: उद्यान विभाग के माध्यम से पहले राष्ट्रीय कृषि विकास योजना चलाई जा रही थी। योजना को बदलकर अब एकीकृत बागवानी मिशन विकास योजना के तहत वर्ष 2024- 25 में फल फूल मिर्च मसाले और बागवानी का लक्ष्य निर्धारित किया जा रहा है। इस तरह लघु और सीमांत किसानों को एक हेक्टर में फूलों की खेती करने के लिए 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। उद्यान विभाग अब किसानों को परंपरागत खेती से हटकर फल फूल और बागवानी की खेती करने के लिए जागरूक कर रहा है। किसान कम लागत में इसकी खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। इसमें गेंदा फूलों की खेती सबसे अधिक मुनाफे का सौदा है। इसमें लागत कम आने के साथ-साथ किसानों को बेहतर मुनाफा मिलता है। रोपाई के 90 दिन के भीतर ही फूल आने लगते हैं। किसानों को लगातार तीन-चार महीने तक लगातार उनकी आय होती है। बाजार में गेंदा के फूलों की मांग बहुत अधिक है। सहालग के मौसम में फूल तैयार होने पर अच्छे रेट में बिकने की उम्मीद होती है। क्योंकि इस सीजन में अचानक फूलों की डिमांड बढ़ जाती है।
इन पर मिलेगा अनुदान
किसानों को केला, आम, अमरूद, पपीता की खेती करने पर 40 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है।मशरूम, फूल व मसालों की खेती पर 40 प्रतिशत, पुराने बागाें का जीर्णाेद्धार/प्रतिस्थापन पर 50 प्रतिशत, ग्रीन हाउस (फैन एंड पैड सिस्टम) ट्यूबलर स्ट्रक्चर तथा ग्रीन हाउस (नैचुरली वेंटीलेटेड) ट्यूबलर स्ट्रक्चर पर 50 प्रतिशत, औद्यानिक यंत्रीकरण व शीतगृह के निर्माण, विस्तार एवं उन्नयन पर 35 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। किसानों को योजना का लाभ लेने के लिए उद्यान विभाग की वेबसाइट पर खसरा खतौनी आधार कार्ड बैंक पासबुक लेकर किसी भी लोकवाणी केंद्र से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जिला उद्यान अधिकारी बोले- किसानों को किया जा रहा जागरूक
बलरामपुर जिले के जिला उद्यान अधिकारी उमेश कुमार ने बताया कि पहले राष्ट्रीय कृषि विकास योजना चलती थी। अब इसको एकीकृत बागवानी मिशन कर दिया गया है। किसानों को फल फूल मिर्च मसाले और बागवानी की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है।