रामानुजगंज से 18 किलोमीटर और जिला मुख्यालय बलरामपुर से 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत विश्रामनगर में यह नायाब प्राकृतिक तोहफा है लेकिन क्षेत्र के बहुत कम लोग ही इस बेहतरीन प्राकृतिक स्थल वाटरफॉल के बारे में जानते हैं।
पहाड़ी पानी पर आश्रित सतबहिनी झरना फरवरी महीने तक बहता रहता है। जंगलों, पहाडिय़ों का पूरा पानी झरने के रूप में बहते हुए नीचे की ओर स्थित लुत्ती डेम में जमा हो जाता है, जिससे आसपास क्षेत्र के किसानों को खेती के लिए जरूरत पडऩे पर पानी उपलब्ध हो जाता है। जनवरी-फरवरी का महीना आने तक बारिश पर निर्भर यह झरना गिरना बंद हो जाता है।
नैचुरल सनसेट पॉइंट है यहां
चारों तरफ से ऊंची ऊंची पहाडिय़ों से घिरा हुआ यह जगह जहां से आप सनसेट (Sunset) का अदभुत नजारा अपने आंखों से यादों में उतार सकते हैं। फोटोग्राफी के लिए भी यह जगह बहुत उपयुक्त है। इस जगह को विकसित करते हुए यहां रेस्ट हाउस और वाच टावर वगैरह बना दिया जाए तो सनसेट का अद्भुत नजारा देखने का आनंद ही अलग होगा।
सुविधाएं विकसित किए जाने की जरुरत’
प्रकृति के बीच बेहतरीन पर्यटन स्थल अपार संभावनाओं से भरे इस क्षेत्र को प्रशासन, वन विभाग एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विकसित किया जा सकता है बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचेंगे। इससे यहां आस पास रहने वाले लोगों को रोजगार आजिविका सहायता मिल सकती है। इस पर सही दिशा में प्रयास किए जाने की जरूरत है।
बेहतर कार्ययोजना बनाई जाए तो यहां हो सकती है फिल्मों की भी शूटिंग
प्रकृति के बीच स्थित सतबहिनी झरना और इसके नीचे स्थिति डैम को प्रशासनिक स्तर पर पहल करते हुए वन विभाग और जल संसाधन विभाग द्वारा यदि एक कार्य योजना बनाकर इसका विकास किए जाने की जरूरत है। ऐसा होने से यह एक बेहतरीन पर्यटन स्थल के साथ ही फिल्मों की शूटिंग हेतु अच्छी जगह साबित हो सकती है।