93.53 लाख का हुआ नुकसान
नुकसान की बात करें तो चंदा हाथियों के दल ने 93 लाख 53 हजार 880 रुपए का नुकसान किया है, जिसका भुगतान भी वन विभाग व शासन ने कर दिया है। हाथियों ने अभी तक कुल 6 लोगों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया है। हथियों के हमले से जिन 6 लोगों की मौत हुई है, उन्हें 36 लाख का मुआवजा दिया गया है।बेटे को किडनैप करने की बात कह कर मांगे 1.30 लाख, किसान दंपती को बेटा स्कूल में पढ़ता मिला
अब बालोद से दूर धमतरी के जंगल में हैं हाथी
जिलेवासियों के लिए राहत की बात यह है कि पहले चंदा हाथी का दल क्षेत्र से दो साल से बाहर है। वहीं एक हाथी चंदा हाथी के दल से अलग है। वह जिले के जंगल में विचरण कर रहा था। दूसरी ओर ये दंतैल हाथी जिले के वन परिक्षेत्र को छोड़ धमतरी वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहा है।5 साल में 121 मकान तोड़े, 5 पशुओं को मारा
वन विभाग से मिले आंकड़े देखें तो हाथियों की जब से एंट्री हुई है, तब से इन 5 साल में हाथियों के दल ने कुल 121 मकान तोड़े हैं और 5 मवेशी मारे गए हैं। अन्य सम्पत्ति हानि के 177 प्रकरण दर्ज हैं।भगवान शालिग्राम और देवी तुलसी का विवाह रचाया, शुरू होंगे मांगलिक कार्य
कुल 1 करोड़ 70 लाख रुपए का पहुंचाया नुकसान
कोरोना काल के समय ही चंदा हथियों के दल ने पहली बार बालोद जिले के जंगल में दस्तक दी। उस समय हाथियों की संख्या लगभग 30 से अधिक थी। हाथियों की सबसे ज्यादा दहशत लोगों में कोरोना काल के समय रही।किस साल हाथियों ने कितना नुकसान किया
साल – प्रकरण – मुआवजा राशि2020 – 396 – 37 लाख 20 हजार 831
2021 – 739 – 85 लाख 45 हजार 725
2022 – 241 – 36 लाख 13 हजार 276
2023 – 71 – 11 लाख 17 हजार 711
2024 -6 – 34 हजार 600 रुपए
कुल – 1453 – 1 करोड़ 70 लाख 32 हजार 143 रुपए
नोट – आंकड़े वन विभाग के अनुसार सितंबर की स्थिति में।