खाने में दवाई मिलाकर दी जाती थी
उन्होंने बताया कि लड़के अथवा उसके दोस्त और उसके पापा ने मेरे साथ शारीरिक शोषण करने का प्रयास किया। लड़के की माता मेरे साथ मारपीट करने लगी। खाने में दवाई मिलाकर दी जाती थी। मुझे कुछ पता नहीं चलता है। लड़का व उनके माता-पिता तीन दिनों तक खाना नहीं दिया। मुझे अंधेरे कमरे में रखते थे। कई बार गला दबाने का प्रयास भी किया। मामले में जीशान और उसके माता-पिता पर उचित कार्रवाई की जाए।
एसडीओपी थाने पहुंचे तक हुई कार्रवाई
इस घटना की जानकारी जिला देवांगन समाज अध्यक्ष दीपक देवांगन को हुई, तब बालोद जिला के सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष सचिव से चर्चा कर पुन: लड़की को उसके मां-बाप तक पहुंचाने थाना अर्जुंदा पहुंचे। साथ में विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष बलराम गुप्ता व भारत साहू भी अर्जुंदा पहुंचे। इस मामले की जानकारी लेने का प्रयास किया। पुलिस ने कोई पहल नहीं की, जिससे सभी लोगों ने पुलिस अधीक्षक जिला बालोद को जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी देवांश सिंह राठौर को थाना भेजा। एसडीओपी के पहुंचने के बाद तत्काल कार्रवाई की गई। समाज की एकजुटता पर हुई कार्रवाई
जिला देवांगन अध्यक्ष दीपक देवांगन से कहा कि जब मुझे जानकारी हुई, तब 14 नवंबर को जानकारी के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। उस पर कोई उचित कार्रवाई नहीं होने पर जिला देवांगन समाज के सभी ब्लॉकों के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों को सूचित किया। सभी ने एकजुटता दिखाई। इसके बाद कार्रवाई की गई।
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शादी के बारे में पता नहीं, अत्याचार भी नहीं किया
लड़के के पिता अब्दुल रहीम खान ने बताया कि बच्चों की शादी के संबंध में मुझे या मेरी पत्नी को कोई जानकारी नहीं थी। ना ही हमने इस बच्ची पर किसी प्रकार अत्याचार किया।
बच्ची की शिकायत पर अपराध दर्ज किया
एसडीओपी देवांश राठौर ने कहा कि कल एक बच्ची शिकायत लेकर पहुंची थी। उसके संबंध में अपराध पंजीबद्ध किया गया है। इस केस के संबंध में जांच की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।