ट्रायल की योजना बनी, लेकिन अमल नहीं हुआ
पत्रिका ने एसएनसीयू में लगाए गए फायर सेफ्टी सिस्टम को लेकर प्रमुखता से समाचार भी प्रकाशित किया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सिस्टम का ट्रायल करने की योजना बनाई, लेकिन अभी तक ट्रायल नहीं कर सके। बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़
जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अस्पताल के फायर सेफ्टी सिस्टम का कब ट्रायल करेगा, यह पता नहीं है। ट्रायल के लिए तारीख पर तारीख दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को भी इसे गंभीरता से लेना होगा। सुस्त कार्रवाई से बात नहीं बनेगी।
सिस्टम शो पीस बनकर रह गया है
अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिस्टम लगाया गया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में यह सिस्टम पूरी तरह से बंद है। यहां तक पानी टंकी से जोड़ी गई मुख्य पाइप भी निकाल ली है। यहां सिस्टम सिर्फ शो पीस बनकर रह गया है। नेशनल हाइवे की स्ट्रीट लाइट कमजोर, खरखरा केनाल के पास अंधेरा, दुर्घटना का खतरा
शासन को जानकारी दे दी
सिविल सर्जन डॉ. आरके श्रीमाली ने कहा कि वर्तमान में फायर फाइटिंग सिस्टम बंद है। इसका ऑडिट कुछ साल पहले किया गया था। शासन को जानकारी दे दी गई है। आगे की कार्यवाही शासन स्तर पर होगी। वर्तमान में पूरा अस्पताल में अग्निशमन यंत्र लगाया गया है। सभी चालू स्थिति में है।