15 से 20 गांव का मुख्य मार्ग है
दरअसल बीते साल आई बाढ़ व तेज बारिश से पानी का बहाव तेज होने के कारण पुलिया बह गई। वहीं बची हुई सड़क व पुलिया को इस साल आई बाढ़ ने बहा लिया। ग्रामीणों के मुताबिक यह मार्ग आसपास के 20 गांव का मुख्य मार्ग है। वहीं स्कूली बच्चों व ग्रामीणों का आना-जाना लगा रहता है। यह भी पढ़े : बोड़की मार्ग की पुलिया की भी कराई जाएगी मरम्मत
पोंडी से बोड़की मार्ग में भी पुलिया पानी के तेज बहाव के करण टूट गई है, जिससे सिर्फ मोटरसाइकिल व साइकिल की ही आवाजाही चल रही है। बड़े माल वाहकों का आवागमन बंद है। जर्जर पुलिया की मरम्मत बारिश सीजन समाप्त होने के बाद की जाएगी।
5 किमी का सफर 15 किमी करना पड़ रहा
कार वाहन चालक राहुल सोनकर ने बताया कि जब पुलिया निर्माण नहीं हो रहा था तब उसे भेडिय़ा नवागांव जाना था। वह लाटाबोड़ मार्ग से अपने कार से लोंडी पहुंचे। वह बिरेतरा मार्ग से जाना चाह रहा था तो चारपहिया वाहन से नहीं जा पाया। फिर बोड़की गांव से होकर जाना चाहा पर बोड़की मार्ग के पास भी पुलिया टूटी हुई है। कार नहीं जा पा रही थी तो वापस पोंडी से पड़की भाट होते हुए उमरादाह से बेलमांड, बोड़की होते हुए भेडिय़ा नवागांव पहुंचे। यह भी पढ़े : पत्रिका की खबर के बाद जागा विभाग
ग्रामीणों ने भी कहा कि जब एक साल पहले पुलिया टूटी तब इसकी सूचना लोक निर्माण विभाग को दी गई लेकिन कुछ कार्रवाई नहीं की। विभाग चाहता तो बोड़की व बिरेतरा मार्ग की टूटी हुई पुलिया का मेंटेनेंस करा देता पर ऐसा नहीं किया लेकिन इस मामले को पत्रिका ने लगातार प्रकाशित किया और अब पुलिया निर्माण शुरू हो गया।
कुछ माह और फिर मिलने लगेगी राहत
लोंडी से बिरेतरा मार्ग में सुगम यात्रा के लिए अभी कुछ माह और इंतजार करना पड़ेगा क्योकि दोनों पुलिया की मरम्मत में अभी समय लगेगा। वहीं पुलिया को चौड़ा बनाया जा रहा है ताकि पानी आसानी से निकल जाए। पहले जो पुलिया थी, वह सीमेंट की पाइप पुलिया थी।