राजीव सागर बांध से बावनथड़ी नदी में छोड़ा गया पानी
पत्रिका खबर का असर किसानों के चेहरे पर दिखी खुशी की लहरसंघर्ष समिति और पत्रिका का जताया आभार
राजीव सागर बांध से बावनथड़ी नदी में छोड़ा गया पानी
बालाघाट/तिरोड़ी। दो राज्य की संयुक्त परियोजना राजीव सागर बांध से शनिवार को बावनथड़ी नदी में पानी छोड़ा गया। पानी छोडऩ के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दिखाई दी। पठार संघर्ष समिति एवं पठार अंचल के सैकड़ों किसानों एवं ग्रामीणों ने पेयजल संकट एवं सूखती फसल को जीवनदान दिलाने के लिए कलेक्टर से राजीव सागर बांध का पानी बावनथड़ी नदी में छोडऩे की मांग की थी। वहीं पत्रिका समाचार पत्र द्वारा भी अपने २८ मई के अंक में नदी सूखी, बोरवेल, कुएं और तालाब तोडऩे लगे दम शीर्षण से खबर का प्रमुखता से प्रकाशन कर किसानों व ग्रामींणों की समस्या को शासन प्रशासन के समक्ष रखा था। वहीं पानी छोडऩे की मांग की गई थी। जिसे ध्यान में रखते हुए शनिवार को बांध के 4 गेट खोले गए। बांध से 5 एमसीएम पानी छोड़ा गया है।
राजीव सागर बांध के सुपरवाइजर ने बताया कि ग्राम मोवाड़ तक पानी पहुंचने पर फिर से गेट बंद कर दिए जाएंगे। पठार संघर्ष समिति संयोजक दीपक पुष्पतोड़े ने बताया कि बांध का बावनथड़ी नदी में पानी छोडऩे के पर हजारों किसानों को लाभ मिलेगा। कुओं और बोरवेलों का जलस्तर बढ़ेगा। पठार क्षेत्र की करीब दर्जन भर नल-जल योजनाएं जो बंद होने की कगार पर थी, वह अब पुन: सुचारू रुप से चलाई जाएगी।
गौरतलब हो कि बांध का पानी बावनथड़ी नदी में छोडऩे से तिरोड़ी एवं खैरलांजी तहसील के करीब 30 से 35 गांवों को फायदा मिलेगा। जिसमें बड़पानी, गोरेघाट, कोड़बी, मासुलखापा, दिग्धा, आंजनबिहरी, बम्हनी, महकेपार, बोनकट्टा, हरदोली, तिरोड़ी, पुलपुट्टा, छतेरा, चंद्रकुआ, टुईयापार, पिंडकेपार, हेटी, टेकाड़ी (तिजू), शंकरपिपरिया, डोंगरिया, चिचोली, मोवाड़ एवं अन्य गांव शामिल है।
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