सामाजिक नेता व कार्यकर्ता उम्मेद लिल्हारे ने कहा कि पूर्व सांसद मुंजारे ने धान में किए जा रहे भ्रष्टाचार का खुलासा किया तो प्रशासन उस पर पर्दा डालने फर्जी प्रकरण बना दी। घोटाले और भ्रष्टाचार को लेकर जब-जब आवाज उठाई जाती है प्रशासन का यहीं रवैया रहता है। कहा कि बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे के घर से उनके पति पूर्व सांसद को जिस तरह से भारी भरकम पुलिस बल ले जाकर गिरफ्तार किया गया, वह बहुत ही शर्मनाक है। जो प्रकरण उनके खिलाफ दर्ज है वह इतना बड़ा नहीं है कि उनको गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया जाए। कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि हम पूरे जिले को बंद कराएंगे। यह किसानों का मामला है। बस भी बंद कराएंगे। बैठक में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
बाक्स – पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो रहे सवाल पूर्व सांसद मुंजारे की गिरफ्तारी के साथ ही जिला पुलिस की कार्यशैली सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई है। उक्त बैठक में शामिल होने आए समर्थकों ने कहा कि एक एससी महिला के साथ बलात्कार के आरोपी तत्कालीन भाजयुमो जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सोहागपुरे के खिलाफ पुलिस ने विलंब से प्रकरण दर्ज किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई। यह स्थिति तब रही, जब बलात्कार के आरोपी के खिलाफ कई संगठन सड़क पर उतरकर आंदोलन किए। आरोप लगाया कि पुलिस उक्त मामले में पूरी तरह से बैकफुट पर थी। किसी से पूछताछ तक नहीं की। दिखावे के लिए पुलिस अधीक्षक ने इनाम की घोषणा की। इधर पूर्व सांसद किसानों की आवाज बनकर सड़क पर उतरकर उनके अधिकार की बात कर रहे हैं। भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं तो प्रशासन को मिर्ची लग रही है। इससे पूर्व सांसद घबराने वाले नहीं है।
वर्जन – पूर्व सांसद कंकर मुजारे के कहने पर उनको सुबह छह बजे के बाद रोजनामचा दर्ज किए जाने के बाद जबलपुर कोर्ट में पेश किया गया। जबलपुर में एमपी/एमएलए कोर्ट ने उनको जेल भेजने का निर्देश दिया है। इसमें पुलिस की कोई भूमिका नहीं है। रातोरात उनको जबलपुर जेल शिफ्ट करने को लेकर प्रसारित किया जा रहा संदेश अफवाह है। – नगेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक बालाघाट