जानकारी के अनुसार शहर में नपा इस तरह का कार्य पहली बार कर रही है। नपा ने इस कार्य के लिए निजी कंपनी को टाइम लिमिट भी दी है। कंपनी रात-दिन कार्य कर ट्रेचिंग मैदान में संग्रहित टनों के कचरे का निष्पादन कर मैदान को फुटबॉल मैदान साफ बनाएगी। कंपनी मैनेजर ने बताया कि कचरा संग्रहण केन्द्र रेंगाटोला में जमा अपशिष्ट कचरे का बायो रिमेडेएशन व बायो माइनिंग के माध्यम से निष्पादन करेगी। नपा ने इसका टेंडर 6 माह का दिया था। लेकिन बारिश के कारण विलंब से युनिट लग पाई है। अब वे इस 6 माह के कार्य को शेष बचे दो माह में रात-दिन कार्य कर पूरा करेंगे।
बायो माइनिंग के द्वारा अलग किए गए जैविक कचरे को खाद में बदला जाएगा जिसका उपयोग कृषि व बागवानी में किया जाएगा। वहीं कचरों के ढेर से निकलने वाली प्लास्टिक, कांच की शीशी, रबर को रिसाइकिलिंग कर कंपनी अनुबंधित फैक्टरी में भेजेगी। उन्होंने कहा कि अपशिष्ट कचरे को उपयोग में लिया जाएगा।
नपाध्यक्ष भारती ठाकुर ने कहा कि यह नपा की बहुत अच्छी पहल है। लंबे समय से मांग चली आ रही थी कि लिगेसी वेस्ट उपचार के लिए एक प्लांट लगाया जाए। आज शहर से निकलने वाला कचरा जो रेंगाटोला में संग्रहण किया जा रहा था, उसका निष्पादन करने एक युनिट का शुभारंभ किया गया है। अब अपशिष्ट कचरे को रिसाइकिलिंग कर उपयोगी बनाया जाएगा। ठेका लेने वाली कंपनी जितना भी जमा कचरा है, उसे रिसाइकिलिंग कर उपयोगी बनाकर जमा कचरे के मैदान को पूरा साफ करेगी।