योगी सरकार में किसानों की क्या हालत है किसान सरकार से कितना खुश है ,सरकार द्वारा किये गए प्रयास में योगी जी को कितनी सफलता मिली है यह जानने के लिए जब पत्रिका टीम ने कुछ गन्ना किसानों से बात की तो सरकार को कटघरे में किसानों ने खड़ा कर दिया, खेकड़ा तहसील क्षेत्र के किसानों से बात की गई तो किसान निरंकार का कहना था कि किसानों के कर्ज माफी में किसानों को छला गया है ,किसानों को आज तक यह नही पता कि कर्ज माफी में कौन से किसान शामिल थे, ऐसे किसान जो या तो डिफाल्टर थे या कर्ज लेकर देना नहीं चाहते, उनके कर्ज माफ कर दिए गए, जो किसान समय पर बैंकों से लिये गए कर्ज को जमा कर रहे थे उनको कर्ज माफी का लाभ नहीं मिला।
ललित कुमार कहते है कि गन्ना मिलो के विस्तारीकरण की बात कही जा रही है लेकिन न तो मिले गन्ना ले रही है और न ही भुगतान कर रही है, हालांकि कुछ किसानों ने सरकार की योजनाओं पर खुशी भी जताई और ओर कर्ज माफी जैसी योजना को किसानों के लिए खतरा बताया है।
किसान अरुण त्यागी कहते हैं कि सरकार सही काम कर रही है कर्ज माफी से किसानों का मनोबल कम होगा और किसान मेहनत करना कम कर देंगे, उनको मशीनरी ओर फसल के दाम देने में सरकार को कदम बढ़ाना चाहिए, किसान को सही समय पर फसल के दाम मिलेंगे तो किसान खुशहाल होगा। उन्होंने बताया कि गन्ना मिले 80 प्रतिशत से अधिक भुगतान हुआ है , सरकार के प्रयासों से दाम भी अच्छे मिल रहे है, सरकार के खिलाफ वो लोग चिल्ला रहे है जो किसान कम नेता ज्यादा है।
आपको बता दे कि आने वाले चुनाव में गन्ना भुगतान एक बड़ा मुद्दा रहेगा जिसको लेकर सरकार गम्भीर है, बागपत से सांसद व केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह लगातार गन्ना भुगतान को लेकर सीएम और गन्ना मंत्री से कई बार मुलाकात कर चुके है , जनपद के तीनों विधायक गन्ना भुगतान के लिये गन्ना मंत्री को पत्र लिख चुके है, लेकिन किसान इस सरकार पर कितना भरोसा करेंगे और 2019 के चुनाव में इसका क्या प्रभाव होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन इतना जरूर है कि किसान अभी मिलीजुली प्रतिकिया दे रहे है और गन्ना भुगतान की मांग लगातर की जा रही है, सबके ज्यादा किसान मलकपुर मोदी मिल से परेशान है जिसके खिलाफ केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मिल मालिक के खिलाफ कड़ा कदम उठाने के लिए कहा है।