बता दें कि हत्या की ये सनसनीखेज वारदात जिला कारागार बागपत में हुई है। जेेल में बंद बसी गांव निवास ऋषिपाल सिंह शनिवर को बैरक से बाहर आए। उसी दौरान बसी गांव का ही सरिया से जमीन खोद रहा रहा था। ऋषिपाल को शक होने पर उसे टोक दिया। इसी को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। यहां तक की दोनों के बीच में जमकर मारपीट हुई। लेकिन उस समय जेल में तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों को शांत करा दिया।
आरोप है कि ब्बलू चम्मच ओर नुकीला सरिया लेकर ऋषिपाल के बैरक में पहुंच गया। ऋषिपाल व उसके साथियों पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। उसके साथियों के साथ भी मारपीट की गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने गम्भीर रूप से घायल ऋषिपाल व अमित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने ऋषिपाल को मृत घोषित कर दिया। जबकि गंभीर हालत में अमित को मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पूरी वारदात की तफ्तीश में जुटे है। जेल अधीक्षक की तहरीर के आधार पर 6 आरोपियो के विरुद्ध मुकद्दमा भी दर्ज कराया गया है ।
बता दें कि जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की 2018 में कुख्यात बदमाश सुनील राठी ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद से ही सीबीआई पूरे मामले की जांच भी कर रही है। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद सरकार ने राज्य की सभी जेलों में सुरक्षा के दावे किए थे, लेकिन एक बार फिर बागपत जिला जेल में हुई हत्या की इस वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था के दावों की पोल खोल दी है। एसपी गोपेंद्र यादव का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
विवादों में रही हैं जेल बागपत जिला जेल की शुरुआत 16 मई 2016 को हुई। शुरू से ही जेल विवादों में रही है। एंबुलेंस से कूदकर दिसंबर 2016 में एक आरोपी फरार हो गया था। उसके बाद जेल में कुख्यात बदमाशों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। मुन्ना राठी के बाद फिर एक की हत्या कर दी गई।