सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनकर करते हैं काम
यह कार्यालय काफी जर्जर हालत में खड़ा है। आए दिन प्लास्टर टूट कर गिरता रहता है। इस वजह से कर्मचारी वेदपाल, ललित सहित और भी अन्य कर्मचारियों को चोट आई है। वहीं कर्मचारी सुरक्षा के लिहाज से यहां पर हेलमेट पहनकर काम करते हैं।
यहां पर काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया, “बारिश के दौरान इस कार्यालय में जगह-जगह से पानी रिसता है। जलभराव की स्थिति के बाद भी कर्मचारियों को मजबूरी में बैठकर काम करना पड़ता है। कई बार अधिकारियों को भवन की जर्जर स्थिति की जानकारी भी दी जा चुकी है।”
कई कर्मचारी और आपरेटर छोड़ चुके हैं नौकरी
कर्मचारियों ने आगे बताया, कोई अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं। हादसे की आशंका से अवर अभियंता आकाश अपना ट्रांसफर लेकर काठा गांव चले गए हैं। इसके अलावा टीजी-2 अनिल, टीजी-2 प्रमोद मलिक ने भी अपना ट्रांसफर करवा लिया है। कई संविदा कर्मचारी और आपरेटर भी नौकरी छोड़ चुके हैं।
कर्मचारियों ने आगे बताया, “शिकायतों के बाद भी मामले पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। महिला शौचालय न होने से महिला कर्मचारियों को भी परेशानी होती है। वर्तमान समय में इस जर्जर भवन में ललित, वेदपाल, सीमा, सचिन, भोपाल, विकास, अनुज कुमार, अमित कुमार, संजय आदि कर्मचारी काम कर रहे हैं।”
विद्युत टेस्ट स्कूल के अधिशासी अभियंता नितिन जायसवाल ने बताया, “कई बार हादसे की आशंका जताते हुए विभागीय कर्मचारियों को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है। फिर से रिमाइंडर भेजने की तैयारी की जा रही है। ताकि किसी बड़े हादसे को होने से बचाया जा सके।”