यूपी के इस शहर में मिला महाभारत के समय का शहर, देखें तस्वीरें
बागपत. जनपद के सिनौली गांव में एक बार फिर से प्राचीन अवशेष मिल रहे है। महाभारत की जमीन सिनौली गांव में एक तरफ जहां महाभारत काल के अवशेष मिल रहे हैं। वहीं रॉयल फैमिली के दफन होने के सबूत भी मिले है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान की टीम को खुदाई के दौरान एक प्राचीन दीवार होने के भी संकेत मिले हैं। यहां खुदाई के दौरान मृदभांड, तांबे की तलवार और नरकंकाल मिले है। साथ ही प्राचीन शवधान केंद्र और प्राचीन रथ निकले है। इतिहासकारों का कहना है कि खुदाई के दौरान सिनौली की जमीन पर प्राचीन शहर का इतिहास सामने आ सकता है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण उत्खनन शाखा व भारतीय पुरातत्व संस्थान लाल किला दिल्ली के संयुक्त अभियान के दौरान तीसरे चरण की खुदाई की जा रही है। खुदाई के दौरान अभी तक ताम्र निर्मित तलवार, 16 मृदभांड और एक कंकाल मिले चुके हैं। एक दीवार भी मिली है। शहजाद राय शोध संस्थान के निदेशक अमित राय जैन ने बताया कि यह दीवार शवाधान की हो सकती है। जो ईटें निकली है, उनकी लंबाई और चौड़ाई ज्यादा है। यह 4500-5000 साल पुरानी हो सकती हैं।
हो सकता है लाक्षागृह काफी पहले से ही यहां खुदाई की जा रही है। जिसके चलते सिनौली गांव में महाभारत की जमीन होने की वजह से दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। सिनौली के पास में हिंडन व कृष्णा नदी के बीच बरनावा गांव में बड़े टीले पर लाक्षागृह में वह गुफा भी मौजूद है। पहले भी इसके बारे में दावा किया जा चुका है कि आग लगने के बाद इसी गुफा से पांडव जान बचाकर भागे थे। बरनावा और सिनौली के आस-पास प्राचीन काल की चीजें मिलने का सिलसिला जारी है। इतिहासकारों की माने तो महाभारत काल से यह क्षेत्र जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि पांडवों ने युद्ध से पहले कौरवों से जो गांव मांगा था, वह उन पांच गांवों मे से बागपत भी एक है।
खुदाई के दौरान मिली ये वस्तुएं इससे पहले सिनौली में 2004-05 में पहली बार खुदाई की गई थी। उस दौरान 117 नर कंकाल, दो ताम्र निर्मित एंटीना सोल्ड तलवार, दो ढाल, शवों को जलाने की भट्टी, गले का हार, सोने के चार कंगन, सैकड़ों की संख्या में बहुमूल्य मनके मिले थे। तभी से माना जा रहा है कि सिनौली की जमीन से प्राचीन भारत का इतिहास सामने आएगा। पिछले साल 2018 में खुदाई हुई तो कब्रों में दफनाए गए शवों के अवशेष, तीन ताबूत मिले थे। जिससे ‘शाही कब्रगाह’ होने का अंदाजा लगाया गया था। इसके अलावा कछ ‘योद्धा’ होने के पंदचिंह मिले थे। तीन रथ लकड़ी के, रथ के उपर तांबे और कांस्य का काम था। लकड़ी की टांगों वाले तीन चारपाईनुमा ताबूत मिले, इनपर तांबे के पीपल के पत्ते के आकार की सजावट थी। इसके अलावा तांबे के चार एंटिना (स्पर्श सुत्र), तलवारें, सात सुरंगनुमा चीजें, दो खंजर, तीन तांबे के कटोरे और एक हेलमेट मिला था।
Hindi News / Bagpat / यूपी के इस शहर में मिला महाभारत के समय का शहर, देखें तस्वीरें