एचएल होम्यो क्लीनिक का किया शुभारंभ
डॉ राजेंद्र सिंह राजपूत और केंद्रीय होमियापैथी परिषद के पूर्व सदस्य डॉक्टर भक्तवत्सल ने फीता काटकर एचएल होम्यो क्लीनिक का शुभारंभ किया। उन्होंने चिकित्सकों को सलाह दी कि होमियोपैथी को गांव के अंतिम छोर तक पहुंचाने का कार्य करें। लोगों ने जुड़े।
गुणवत्ता के कारण स्थापति हुई होमियोपैथीः भक्तवत्सल
केंद्रीय होमियोपैथी परिषद के पूर्व सदस्य डॉक्टर भक्तवत्सल ने कहा कि होमियोपैथी ऐसी विधा जो अपने गुणवत्ता के कारण स्थापित हो रही है। डा. हैनिमन एक मनीषी थे। होमियोपैथी का आविष्कार सम समः समेत के सिद्धांत पर आधारित है जो कठिन से कठिन रोगों का निदान सरलता से कर देती है। वर्तमान सरकार होमियोपैथी के विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है।
सफलता का नहीं होता कोई शार्टकट
उन्होंने कहा कि सफलता को कोई शार्टकट नहीं है। आप जितनी गहनता से होमियोपैथी दर्शन और मटेरियामेडिका का अध्ययन करेंगे आप उतने ही सफल चिकित्सक होंगे। जहां मेडिकल की सारी विधाएं फेल हो जाती है वहां भी होमियोपैथ मरीज को पूर्णरूप से असाध्य रोगों के मुक्ति दिलाती है। होमियोपैथी अपनी गुणवत्ता पर समाज में लोकप्रिय होती जा रही है।
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डॉक्टर राजपूत बोले- जल्द शुरू होगा पीजी कोर्स
डॉक्टर राजेंद्र सिंह राजपूत ने कहा कि श्री दुर्गा जी राजकीय मेडिकल कॉलेज में अभी हम बेसिक टेनिंग दे रहे हैं। खुशी की बात है कि जल्द ही यहां पीजी यानी परस्नातक कोर्स शुरू होने वाला है। नेशलन रैंकिग में क्वालीफाई करने वाला इकलौता कालेज आजमगढ़ बनने जा रहा है। एलेक्टिव सब्जेट में सार्टकट कोर्स का प्रपोजल भेजा है। यह प्रदेश का पहला कॉलेज होगा जहां इस तरह का कोर्स शुरू होने जा रहा है। अभी यह कोर्स मॉडल कॉलेजों में भी नहीं है।
होमियोपैथी में हर बीमारी का इलाजः डॉॅक्टर देवेश
डॉ. देवेश दुबे ने कहा कि आज तमाम नई तरह-तरह की बिमारियों का उद्भव हो रहा है। यह मार्डन मेडिसिन के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है। होमियोपैथी में इन सभी बिमारियों और आने वाली भी बिमारियों का भी निदान है।
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कार्यक्रम में इन्होंने लिया भाग
कार्यक्रम में डॉ. बीडी सिंह, डॉ. अशोक सिंह, डॉ. राजेश तिवारी, डॉ. मोहम्मद अफजल, डॉ. एके राय, आशुतोष द्विवेदी, डॉ. ज्योतिर्मय उपाध्याय, डॉ. रणधीर सिंह, डॉ. प्रमोद गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह, डॉ. सीजी मौर्य, डॉ. मनोज मिश्र, डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव, डॉ. सिद्धांत चित्रांश, डॉ. ज्योति खंडेलवाल, डॉ. राजीव आनंद, डॉ. बृजेश सिंह, डॉक्टर नेहा दुबे, डा. माला पांडये, डा. पूजा पांडेय, आनंद गुप्ता आदि मौजूद थे।