बता दें कि आजमगढ़ के समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने गुरूवार की देर शाम प्रेस नोट जारी कर आरोप लगाया कि सत्ता के दवाब में निर्वाचन से जुड़ी संस्थाएं मुख्य रूप से जिला प्रशासन तकनीकी दृष्टि से इस चुनाव को रदद् कराने का बहाना ढूंढ रहा है। इसलिए चुनाव प्रचार के आखिरी दो दिन शेष रहते हुए चुनाव मद में होने वाले खर्चे की पूर्व निर्धारित दरों को संशोधित कर दिया गया है। सत्ता एवं प्रशासन की इस मिलीभगत के चलते सपा अध्यक्ष की शुक्रवार को होने वाली रैलियों को निरस्त कर दिया गया है। आजमगढ़ में अखिलेश यादव को सगड़ी, आजमगढ़ यादव को सगड़ी, आजमगढ़ सदर, गोपालपुर व मेहनगर विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक सभा करनी थी।