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Ayodhya Breaking : डॉ सुब्रमन्यम स्वामी ने अयोध्या में बोला कई कांग्रेसी नेता हैं जेल जाने की लाइन में तो हुआ हंगामा शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिवक्ता धवन ने कोर्ट को यह भी जानकारी दी कि शीर्ष अदालत के परिसर में कुछ लोगों ने उनके लिपिक की पिटाई कर दी थी | जिस पर चीफ जस्टिस ने कोर्ट के बाहर इस तरह के व्यवहार की निंदा की बात कही थी | चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने यह भी कहा था कि दोनों पक्ष बिना किसी डर के अपनी दलीलें अदालत के सामने रखने के लिए स्वतंत्र हैं | चीफ जस्टिस ने सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता राजीव धवन से यह भी पूछा कि क्या वे सुरक्षा चाहते हैं | इस पर राजीव धवन ने इनकार करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह भरोसा दिलाना ही उनके लिए काफी है
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वीडियो मे देखें रामलला का दर्शन करने के बाद डॉ सुब्रमन्यम स्वामी ने दिया है चौकाने वाला बयान बुधवार को 21 वे दिन की सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष की तरफ से अधिवक्ता राजीव धवन ने अपना पक्ष रखा और कहा कि संविधान पीठ को दो मुख्य बिंदुओं पर ही विचार करना है ,जिसमें पहला विवादित स्थल पर मालिकाना हक किसका है और दूसरा क्या गलत परंपरा को जारी रखा जा सकता है | सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता राजीव धवन ने ने सन 1962 में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए हाईकोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया और कहा कि जो गलती हुई उसे जारी नहीं रखा जा सकता यही कानून के तहत होना चाहिए |