2. इस मूर्ति में भगवान विष्णु समेत उनके 10 अवतार जैसे मत्स्य, वामन, नरसिंह, कूर्म, परशुराम, कृष्ण, रामलला, वराह, बुद्ध और कल्कि के दर्शन भी मिलेंगे।
3. रामलला की मूर्ति श्याम शिला पत्थर से बनाई गई है। इसलिए इस मूर्ति का रंग काला है।
4. बालस्वरूप रामलला की ये मूर्ति जलरोधी है। इसका मतलब है की जल से इस खास मूर्ति को कोई नुकसान नहीं हो सकता।
5. जल के आलावा चन्दन से भी मूर्ति के चमक में कोई कमी नहीं आएगी।
6. रामलला की मूर्ति के निचले हिस्से में एक ओर हनुमान और दूसरी ओर गरुड़ देव के दर्शन होंगे।
7. चूंकि श्याम शिला पत्थर लम्बे समय तक सुरक्षित रहता है। इसलिए इस मूर्ति की आयु बहुत लम्बी बताई जा रही है।
8. इस विशेष मूर्ति का निर्माण कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने किया है।
9. रामलला की ये विग्रह 4.24 फीट लम्बी है। मूर्ति का वजन 200 किलोग्राम है।
10. रामलला इस मूर्ति में 5 साल के बालस्वरूप में दिख रहे हैं।