सरयू तट पर दी गई अंतिम विदाई
दिवंगत गौरी शंकर महाराज के शिष्य मिथिला बिहारी दास ने बताया कि रविवार को रात 2:00 बजे उनका निधन हो गया। सोमवार की शाम अयोध्या के सरयू तट पर मां की गोद में उन्हें प्रभावित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि 2 दिन पूर्व ब्रेन हेमरेज के कारण उन्हें लखनऊ के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान निधन हो गया।
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राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके हैं कई शिष्य
शिष्य मिथिला बिहारी ने जानकारी देते हुए कहा कि अयोध्या के सरयू तट के किनारे स्थित एक छोटे से कमरे में अपना जीवन बिताने वाले प्रसिद्ध गायक पंडित रविशंकर महाराज संगीत में महारथ थे। उनके शिष्य पागल दास भी राष्ट्रीय स्तर पर संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुके हैं। अयोध्या के प्रमुख गायक कलाकार संत मानस दास जी उन्हीं के शिष्य हैं।