20 वर्षों से बंद पड़ी मशीनें हुई प्रारम्भ शुरू
राम मंदिर निर्माण के लिए 20 वर्षों से बंद पड़ी मंदिर निर्माण कार्यशाला को एक बार फिर प्रारंभिक करने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। अयोध्या के राम घाट क्षेत्र स्थित रामसेवक पुरम में 1989 के दौरान लगाई गई कार्यशाला को एक बार फिर शुरू कर दिया गया है राजस्थान से मशीनों की विशेष जानकारी व पत्थरों की कटिंग करने वाले विशेषज्ञ ने पूर्व में मशीनों को प्रारंभ करने का कार्य के लिए तैयारी कर ली थी आज राजस्थान से आये कारीगरों ने मशीन को प्रारंभ कर पत्थरों की कटाई का कार्य के लिए टेस्टिंग किया गया। इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ एलएंडटी व सोनपुरा एंड कंपनी के अधिकारी मौजूद रहे।
70 हजार वर्ग घन फुट रखे पत्थरों की होगी कटिंग
राम मंदिर निर्माण के लिए लगभग 40% पत्थरों की तलाशी का कार्य पूरा कर लिया गया है तो वहीं अन्य पत्थरों के तरासी को पूरा करने के लिए कार्यशाला को प्रारंभ किया जा रहा है वर्तमान में अयोध्या के राम घाट क्षेत्र स्थित रामसेवक पुरम में 70 हजार वर्ग घनफुट पत्थर कटिंग व तलाशी कार्य के लिए रखे हुए हैं। लेकिन कार्यशाला बंद होने के कारण इनका उपयोग नहीं किया जा सका है। वही प्रारंभ हो रही कार्यशाला में पहले पत्थरों की कटिंग के साथ तराशी के कार्य प्रारंभ किए जाने के बाद ही राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से अन्य पत्थरों के आपूर्ति को भी प्रारंभ कर दिया।
समय से पूरा होगा मंदिर का निर्माण : चंपत राय
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि जो हिन्दू समाज को समय दिया गया है उसी समय ही निर्माण कार्य पूरा किया जायेगा। आप सभी विश्वास रखिए जो कार्य आपने जिन व्यक्तियों को सौंपा है वह सही हाथों में है। विपक्ष व राष्ट्रीय धर्म विरोधी विचारधारा के व्यक्ति अनादि काल से धर्म के कार्यों में अड़चन व बाधा डालते आये हैं फिर वह प्रभु श्री राम के कालखंड की बात हो या भगवान श्री कृष्ण के कालखंड की हो। आज के कालखंड में हमेशा धर्म विरोधी ताकते,राष्ट्र विरोधी ताकते धर्म के कार्य में किसी न किसी रूप से बाधाएं अड़चन लगाते रहे हैं फिर क्यों ना वह समाज को किसी एक विषय पर गुमराह करना हो या हिंदू समाज को जाति पंथ के भेदभाव को मन में पैदा कर अड़चन डालना हो। आज यहां भगवान श्री राम का मंदिर निर्माण आप और साक्षात देख रहे हैं।