रामजन्मभूमि की परम्परागत सुरक्षा व्यवस्था में जिले को चार जोन में डिवाइड किया गया है। पहला जोन शिफ्ट स्ट्रक्चर का पार्ट है। इस क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सीआरपीएफ के हवाले है। इसके अलावा रेड जोन जिसमें कि रामजन्मभूमि का सम्पूर्ण 70 एकड़ परिसर शामिल है। इस क्षेत्र में सीआरपीएफ व पीएसी सहित सिविल पुलिस के जवान संयुक्त रुप से तैनात हैं। तीसरा जोन यलो जोन है जिसमें चारों ओर स्थाई बैरीकेडिंग लगाकर सिविल पुलिस व पीएसी की तैनाती की गयी थी। अब दोबारा से यलो जोन के दायरे को बढ़ाकर सम्पूर्ण पंचकोसी परिक्रमा क्षेत्र कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 14 कोसी परिक्रमा पथ यानी कि चौथा हिस्सा ग्रीन जोन का हिस्सा है, जहां समयानुसार सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं।
राम मंदिर की सामग्री मे लगेगा सोने का शेषनाग, चांदी का कछुआ लोगों में इस बात की उत्सुकता है कि राम मंदिर के शिलान्यास के दौरान किन सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाएगा। काशी विद्वत परिषद के मंत्री और बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म संकाय ज्योतिष विभाग के प्रोफेसर पंडित रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि नींव में पंच रत्न- मूंगा, पन्ना, नीलम, माणिक्य और पुखराज के साथ ही बाबा विश्वनाथ को चढ़ाए हुए पांच रजत बेलपत्र, पांच चांदी के सिक्के डाले जाएंगे। चांदी के ये पांच सिक्के नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता और पूर्णा के प्रतीक होंगे। राम मंदिर के शिलान्यास में शेषनाग की प्रतिकृति और चांदी के कछुए की भी नींव में डाली जाएगी।