ये भी पढ़ें- धर्मसभा में राम मंदिर निर्माण की तारीख को लेकर हुई बहुत बड़ी घोषणा, जगद्गुरु राम भद्राचार्य ने किया धमाकेदार ऐलान पूर्व जज का आया बड़ा बयान- उन्होंने सोशल मीडिया ट्विटर पर सीएम योगी के इस फैसले पर तंज कसते हुए लिखा कि सरदार पटेल की मूर्ति 181 मीटर लंबी है, वहीं अयोध्या में राममूर्ति, जिसकी योजना को शनिावर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंजूरी दे दी थी, की लंबाई 221 मीटर होगी। इस दर पर हम जल्द ही रॉकेट के उपयोग किये बिना ही बाहरी अंतरिक्ष तक पहुंच जाएंगे।
पूर्व जस्टिस बाबरी मस्जिद के स्थान पर राम मंदिर निर्माण के खिलाफ हैं और कई दफा वे इस पर बोल चुके हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह सब राजनीति है। उन्होंने फेसबुक पर शेयर की गई एक पोस्ट में वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद, मथुरा की शाही ईदगाह, जौनपुर की अटाला मस्जिद का जिक्र करते हुए कहा कि राम मंदिर के बाद इन मस्जिदों को तोड़ने की मांग उठ सकती है। उन्होंने कहा कि यह सब खत्म नहीं होगा। वोट के लिए ऐसी राजनीति होती रहेगी।
उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का नाम लेते हुए कहा कि आखिर क्यों वो अयोध्या पहुंच कर मंदिर निर्माण की तारीख की मांग कर रहे हैं। वोट के लिए सांप्रदायिक आग जलती रहनी चाहिए।