ये भी पढ़ें- सीबीआई की छापेमारी जारी, इस डीएम के घर मिली इतनी भारी रकम, मशीन मंगवाकर करनी पड़ी गिनती सपा के लिए बनेगी चुनौती- शिवपाल के उपचुनाव को लेकर लिए गए फैसले से समाजवादी पार्टी (सपा) की चुनाव में आगे रहने की संभावनाओं में बाधा आ सकती है, जो उपचुनाव में सभी 12 विधानसभा क्षेत्रों में बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) और भारतीय जनता पार्टी (BHartiya Janta Party) का सामना करेगी। ज्ञात हो लोकसभा चुनावों में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चचेरे भाई अक्षय यादव (Akshay Yadav) अन्य पिछड़ी जाति के वोटों के विभाजन के कारण फिरोजाबाद सीट भाजपा के हाथों हार गए थे। भाजपा प्रत्याशी के अलावा इस सीट पर अक्षय की भिड़ंत अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से भी हुई थी।
ये भी पढ़ें- विधानसभा उपचुनाव को लेकर सपा ने सबसे पहले जारी किया बड़ा बयान, अखिलेश ने 12 प्रत्याशियों को लेकर कही यह बात पार्टी प्रवक्ता ने दिया बड़ा बयान- पार्टी प्रवक्ता अरविंद यादव ने इसको लेकर कहा है कि जो कार्यकर्ता उपचुनाव लड़ना चाहते हैं वे हमसे संपर्क कर रहे हैं। लेकिन जिन सीटों पर पार्टी उपचुनाव लड़ेगी उसका फैसला संसदीय बोर्ड करेगी। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई को महीने भर के लिए चलने वाला सदस्यता अभियान समाप्त होगा, जिसके बाद बोर्ड सीटों की संख्या पर फैसला करेगा। सदस्यता अभियान ने पार्टी के जिले, मंडल इकाइयों और संगठनों को और मजबूत बनाने में मदद की। हम अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने से पहले सभी 12 विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पार्टी की मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित करना चाहते हैं। इससे पहले, शिवपाल ने कहा था कि पार्टी किसी भी परिस्थिति में विलय नहीं करेगी, लेकिन समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन कर सकती है।
ये भी पढ़ें- मुलायम सिंह यादव की लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद आई बड़ी खबर, मिल सकती है यहां जगह अखिलेश से गठबंधन को तैयार शिवपाल- वहीं प्रसपा प्रमुख ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर काफी सकारात्मक दिख रहे हैं। मंगलवार को एक बयान में उन्होंने साफ कहा है कि 2022 विधानसभा चुनाव में वे समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए तैयार हैं, हालांकि सपा में दोबारा जाने का उनका कोई इरादा नहीं है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि यदि उपचुनाव में सपा गठबंधन की पेशकश करेगी, तो वो इसको मंजूर करेंगे।