जलाशय तैरने वाला मेगा सोलर प्लांट
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एनटीपीसी ने जलाशय तैरने वाला मेगा सोलर प्लांट लगाया है। इस 20 मेगावाट सोलर प्लांट से उत्पादन से अब एनटीपीसी औरैया बिजली प्लांट की कुल क्षमता बढ़कर 704 मेगावाट हो गई है।
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बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड: 48 घंटों तक इन जिलों के लोग हो जाओ सावधान एनटीपीसी से जुड़े बड़े अधिकारियों का कहना है कि, इससे हम बिजली के बिल को सस्ता कर सकते हैं।इसका फायदा हम बिजनेस के साथ साथ घरेलू बिजली में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पानी पर तैरता हुआ प्लांट ज्यादा सस्ता और ज्यादा उत्पादन
औरैया में फ्लोटिंग सोलर के लिए एनटीपीसी ने सितंबर 2019 में टेंडर निकाला था, जिसका काम कंपनी ने जून 2020 में सोलर संयंत्र का काम शुरू हुआ था। दिबियापुर स्थित एनटीपीसी में लगभग 90 एकड़ क्षेत्र में फैले पूरे तालाब में पैनल नहीं लगाए जा सकते थे। तालाब का निर्धारित हिस्सा छोड़ना पड़ा। इसलिए 500 वाट क्षमता के सोलर पैनलों का प्रयोग किया गया।
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प्रेमी से शादी करना चाहती थी बेटी, पिता ने गोली मारकर कर दी हत्या एनटीपीसी फ्लोटिंग सोलर प्लांट की कुल लागत लगभग 90 करोड़ रु है। अगस्त 2022 में सोलर प्लांट तैयार होने के बाद से इसमें सितंबर में शुरुआत हुई। एनटीपीसी संयंत्र परिसर में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से 20 मेगावाट क्षमता का जमीन पर सोलर प्लांट लगाया था, जमीन पर लगे सोलर प्लांट में 330 वाट के सोलर पैनल मॉड्यूल लगे हैं।
3 रु प्रति यूनिट में मिलेगी बिजली इससे सोलर संयत्र की उत्पादन क्षमता बढ़कर 40 मेगावाट हो गई है। एनटीपीसी औरैया में गैस और नेफ्था से चलने वाला 664 मेगावाट का बिजली उत्पादन संयंत्र भी लगा है। आम तौर पर बिजली उत्पादन में पांच रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति यूनिट खर्च आता है, लेकिन सोलर से बनने वाली बिजली 3 रु दो पैसा तक रुपये प्रति यूनिट पड़ेगी।