इस समय गोताबाया राजपक्षे 52.87 प्रतिशत वोट शेयर के साथ अपने प्रतिद्वंदी सजित प्रेमदासा (Sajith Premadasa)से करीब 13 प्रतिशत के अंतर से काफी आगे हैं। सजित प्रमदासा को अब तक 39.67 प्रतिशत वोट ही मिले हैं। जहां एक तरफ गोताबाया राजपक्षे को बहुसंख्यक सिंहली समुदाय के बाहुल्य क्षेत्र से अच्छा सपोर्ट मिलता दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ चुनाव परिणाम में सजित प्रेमदासा को अल्पसंख्यक तमिल समुदाय से बड़ी संख्या में वोट मिलते नजर आ रहे हैं।
चुनाव आयोग (Election Commission) की माने तो आज यानी रविवार शाम तक राष्ट्रपति चुनाव में डाले गए वोटों की गिनती पूरी हो सकेगी। इससे साफ हो जाएगा कि श्रीलंका में ताज किसके सिर पर सजेगा। गौरतलब है कि 70 साल के गोतबाया राजपक्षे श्रीलंका में रक्षा सचिव रह चुके हैं। श्रीलंका में 2009 में 37 साल बाद खत्म हुए गृह युद्ध में तमिल विद्रोह को खत्म करने में गोतबाया राजपक्षे की भूमिका अहम मानी जाती है।