रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। ‘काठमांडू पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने 16 यात्रियों को बचा लिया है। बताया जा रहा है कि मलंगवा कस्बे से काठमांडू जा रही बस में करीब 50 लोग सवार थे।
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घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे धाडिंग जिला पुलिस प्रमुख राज कुमार बैदवार ने बताया है कि अभी तक दो मृतकों की पहचान हुई है। बाकी अन्य यात्रियों की पहचान की जा रही है। फिलहाल बाकी लापता यात्रियों की खोज के जारी है।
मौके पर नेपाल पुलिस, सैन्य पुलिस बल, सेना के जवान और रेड क्रास सोसायटी मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव का कार्य शुरू कर दिया है।
डेथ जोन के नाम से पहचाना जाता है यह मार्ग
बता दें कि इससे पहले 28 अक्टूबर 2017 को इसी जगह पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ था। यात्रियों से भरी बस त्रिशूली नदी में गिर गई थी। इस हादसे में 30 यात्रियों की मौत हो गई थी, जिसमें 13 यात्री मधुबनी (बिहार) के शामिल था।
बताया जाता है कि इस मार्ग पर अक्सर इस तरह के हादसे होते रहते हैं। इसलिए इस मार्ग को डेथ जोन के नाम से जाना जाता है। इस मार्ग पर कई हादसे हो चुके हैं।
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15 अगस्त 2017 भी दो अलग-अलग बस एक्सीडेंट्स में 36 की मौत हो गई थी और 38 जख्मी हो गए थे। एक अनुमान के मुताबिक, इस मार्ग पर प्रति वर्ष करीब 2000 लोगों की मौत होती है इसलिए इस मार्ग को डेथ जोन भी कहा जाता है।
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