ट्रंप से हुई दोस्ताना बातचीत
नेतन्याहू ने कहा कि “यह एक बहुत ही दोस्ताना, बहुत गर्मजोशी से भरी और बहुत ही महत्वपूर्ण बातचीत थी। हमने इजरायल की जीत को पूरा करने की आवश्यकता के बारे में बात की, और हमने अपने बंधकों को मुक्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी विस्तार से बात की।” नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल “हमारे बंधकों को घर वापस लाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है, चाहे वे जिंदा हों या नहीं। उन्होंने कहा कि वे इसके बारे में जितना कम बात करेंगे, उतना ही बेहतर होगा।
ईरान वो ईरान नहीं है- इजरायली पीएम
नेतन्याहू ने सीरिया पर भी बात की और कहा कि सीरिया वही सीरिया नहीं है। लेबनान वही लेबनान नहीं है। गाजा वही गाजा नहीं है। ईरान वही ईरान नहीं है। ये इजरायल के लिए परीक्षा है और इसका सामना करना है। उन्होंने हिजबुल्लाह और ईरान से साफ शब्दों में कहा कि उन्हें इजरायल को नुकसान पहुंचाने से रोकने के लिए, हर समय उनके खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखेंगे। नेतन्याहू ने कहा कि सीरिया के साथ संघर्ष में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। वे जमीनी स्तर पर उभरती वास्तविकता के अनुसार सीरिया के प्रति इजरायल की नीति निर्धारित करेंगे।