दरअसल पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के साथ ही इमरान खान दुनियाभर से सुर्खियां बंटोर रहे हैं कभी अपने बयानों और नीतियों को लेकर तो कभी देश के खस्ता हाल पर। खास बात यह है कि तंगी के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान के उबारने को लेकर इमरान खान की कोशिशें भी उनकी आलोचना का कारण बनती जा रही हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार ने आईएमएफ के कर्ज के बारे में देश से एक बार फिर से झूठ बोला है। वित्त मंत्री असद उमर ने आईएमएफ के साथ सौदेबाजी के बारे में पाकिस्तान के लोगों को गुमराह किया है। पाकिस्तान के लोगों को समझौते की शर्तें जानने का अधिकार है।
पीएमएल-एन की केंद्रीय प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी रुपये की ऐतिहासिक गिरावट यह दिखाता है कि इमरान खान सरकार ने बिना किसी से राय-मशविरा किए आईएमएफ के साथ समझौते पर हस्ताक्षर कर दिया है। इससे तंगी के दौर से गुजर रहे पाकिस्तानियों पर महंगाई की भी मार पड़ेगी। इमरान खान को इस्तीफा देना चाहिये क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के लोगों को धोखा दिया है।