जापानी पीएम से मिले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जापान में ओसाका प्रान्त में जी 20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ मुलाकात की। आबे ने हाल के चुनावों में भारी जीत के लिए पीएम मोदी को “बधाई” दी थी। मुलाकात के दौरान जापान के प्रधान मंत्री ने कहा, “अगली बार मेरी भारत यात्रा की बारी है और मैं अपनी यात्रा के लिए उत्सुक हूं।” मोदी आज सुबह जी -20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ओसाका पहुंचे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने जापानी पीएम के बधाई संदेश का उचित उत्तर दिया। पीएम मोदी ने जापान के पीएम शिंजो आबे को बधाई के लिए एक बार फिर धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा, “आप पहले मित्र थे जिन्होंने फोन पर बधाई दी। मैं आपका और जापान सरकार का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।”
पीएम मोदी ने ओसाका में अपने होटल के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मोदी-मोदी के नारे लगाए गए। पीएम मोदी कई बच्चों से भी मिले।
ओसाका पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने अपने एक बयान में कहा ‘मैं वैश्विक नेताओं के साथ हमारी दुनिया के सामने मौजूद प्रमुख चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं। इसके अलावा महिला सशक्तीकरण, डिजिटलाइजेशन और जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान हमारी इस बैठक का मुख्य मुद्दा होगा।’
10 देशों के साथ करेंगे द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 सम्मेलन में अमरीका, चीन और कई अन्य सदस्य देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान व्यापार में साझेदारी को बढ़ाने समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी जी-20 समिट से इतर 10 देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसमें फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, अमरीका, तुर्की, ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका आदि देश शामिल हैं।
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पीएम मोदी इस दौरान BRICS के नेताओं के साथ अलग बैठक करेंगे। साथ ही साथ RIC ( Russia-India-China ) के साथ भी अहम बैठक करेंगे। बता दें कि जापान के ओसाका में 28 और 29 जून को G-20 शिखर सम्मेलन हो रहा है।
व्यापारिक साझेदारी को बढ़ाने पर करेंगे चर्चा
माना जा रहा है कि पीएम मोदी जी-20 समिट के दौरान कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रख सकतें है, जिसमें वैश्विक आतंकवाद और क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म सबसे अहम है। इसके अलावा सदस्य देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी को बढ़ाने पर भी जोर देंगे। मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ पीएम मोदी की बैठक काफी अहम होगा। दरअसल, अमरीका के साथ शुरू हो चुके ट्रेड वॉर को लेकर बातचीत संभव है। वहीं चीन के साथ व्यापार को बढ़ाने व सीमा सुरक्षा को लेकर बातचीत की जा सकती है।
क्या है G-20
बता दें कि G-20 बीस देशों के समूह का एक संगठन है, जिसकी बैठक हर साल होती है और सभी सदस्य देश मिलकर विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं। अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमरीका जी-20 के सदस्य हैं।
बीते साल भारत ने अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर कई देशों के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने जय (J A I- जापान, अमेरिका, इंडिया) का नारा दिया था। यह पहला अवसर था जब जापान, भारत और अमरीका के बीच किसी मंच पर त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी।
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