दुनिया के दिग्गज कारोबारियों में शुमार जैक मा करीब ढाई महीने से ज्यादा वक्त के बाद अचानक जनता के बीच आ गए। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, जैक मा ने बुधवार को चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों के साथ वीडियो लिंक के जरिए संवाद किया है।
हालांकि अखबार ने जैक मा को इंग्लिश टीचर से कारोबारी बनने वाला बताया है। खास बात यह है कि जब अखबार ने जैक मा का परिचय दिया तो उसमें अलीबाबा का जिक्र ही नहीं था, जबकि इसकी स्थापना करने वाले ही जैक मा हैं।
दरअसल चीन में पिछले कुछ दिनों से ये खबरें लगातार सामने आ रही हैं कि जैक मा की कंपनी अलीबाबा का नियंत्रण अब चीनी सरकार के अपनी अधीन कर लिया है।
कारोबारी जैक मा ने अक्टूबर 2020 में किसी मुद्दे पर चीनी सरकार की आलोचना की थी। इसके बाद से ही वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम या किसी अन्य तरीके से नजर नहीं आए।
जैक मा को चिंताए और रहस्य तब और भी बढ़ गया जब वे अपने टैलेंट शो ‘अफ्रीका के बिजनेस हीरो’ के फाइनल एपिसोड से भी गायब रहे। भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद शशि थरूर ने डिक्शनरी से निकाला एक और अनूठा शब्द, जानिए क्या है इसका मतलब
जैक मा के इस तरह लापता होने के बाद ये अटकलें तेज हो गईं कि उन्हें भी चीनी सरकार की आलोचना का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। ये आशंकाएं भी लगाई गईं कि जैक मा को सरकार ने बंदी बना लिया है।
आपको बता दें कि 2016 और 2017 में चीन के कुख्यात भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के दौरान कई अरबपति गायब हो गए थे। इनमें से कुछ दोबारा दिखाई दिए। उन्होंने बताया था कि वे अधिकारियों की मदद कर रहे थे। जबकि, अन्य कभी नहीं लौटे।