शिजुओका प्रांत के आपदा प्रबंधन अधिकारी ताकामिची सुगियामा का कहना है कि भूस्खलन के दो दिन बाद 80 लोग लापता हैं। अधिकारी इन लोगों के नाम सार्वजनिक करने के बारे में विचार कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि ऐसा करने से उन लोगों को पता चल सकेगा जो भूस्खलन की चपेट में शायद नहीं आए हों। वे किसी अन्य स्थान पर पहुंच गए हों।
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147 लोगों से कोई संपर्क नहीं हो सका
शुरुआती जानकारी के अनुसार 147 लोगों से कोई संपर्क नहीं हो सका है। मगर बाद में इस आंकड़े में सुधार किया गया। शहर के अफसरों ने इसकी पुष्टि की कि कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और हादसे के वक्त कुछ लोग वहां पर थे ही नहीं।
25 लोगों को बचा लिया गया
यह आपदा ऐसे समय में आई है, जब अधिकारी टोक्यो ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। अफसरों ने बताया कि इस भूस्खलन के कारण चार लोगों की मौत हो चुकी है। 25 लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें से तीन घायल हैं। कई दिन तक भारी बारिश होने के बाद शनिवार को भूस्खलन की घटना सामने आई थी। तटरक्षक बल के तीन पोत, छह सैन्य ड्रोन राहत एवं बचाव कार्य में सैकड़ों सैनिक, दमकलकर्मियों और अन्य बचावकर्मियों की मदद कर रहे हैं।
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मलबे में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश
जापान के पीएम योशिहिदे सुगा ने मीडिया को बताया कि बचावकर्मी उन लोगों को बचाने की पूरी कोशिश में लगे हैं, जो मलबे में फंसे हैं और जल्द मदद मिलने का इंतजार कर रहे हैं।