25 जुलाई को हुए आम चुनाव में सबसे अधिक सीटों पर कब्जा जमाने वाली इमरान खान की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PTI) पर विपक्षी पार्टियां अटैक करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है। वहीं, कुछ आलोचक पाकिस्तान की नई सरकार को सोशल मीडिया पर भी घेर रहे हैं। इन 10 दिनों में इमरान खान से जुड़े विवाद कुछ इस तरह हैं-
1. शपथ ग्रहण में अटक गए इमरान
इमरान खान के साथ विवादों की शुरुआत उनके शपथग्रहण के दिन से ही हो गई थी। 18 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में शपथ समारोह में बड़े राजनीतिज्ञ और सेना के लोग शामिल थे, उस वक्त इमरान खान उर्दू के कुछ शब्द गलत पढ़ गए, जिसकी वजह से राष्ट्रपति को उन्हें टोकना पड़ा। खान अपनी गलती पर मुस्कुराए और राष्ट्रपति के टोकने पर एक बार सॉरी भी कहा।
2. गार्ड ऑफ ऑनर के समय सिट्टी-पिट्टी गुल
शपथ ग्रहण के बाद, सेना ने जब इमरान खान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, तब उनकी बॉडी लैंग्वेज पर भी कई सवाल उठे। गार्ड ऑफ ऑनर के वक्त जब इमरान खान वॉक कर रहे थे, तब वह बहुत नर्वस थे।
3. माइक पोंपियो का आया कॉल
प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान को अमेरिका की तरफ से पहला कॉल अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो की तरफ से आया। अमेरिका की तरफ से जारी रीडआउट मैसेज में इस बात का जिक्र है कि माइक पोंपेयो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से कहा है कि वह देश में मौजूद सभी आतंकियों के खिलाफ ‘निर्णायक कार्रवाई’ करें। हालांकि, पाकिस्तान ने कहा कि ऐसे किसी भी मुद्दे पर बात का जिक्र नहीं हुआ।
4. कराची का थप्पड़ कांड
अपने आप को उदार बताने वाले इमरान खान की पार्टी के ही सदस्य ने एक नागरिक को को सरेआम थप्पड़ जड़ दिया था, जिसके बाद लोगों ने पीटीआई और इमरान खान को जमकर आड़े हाथ लिया।
5. कथनी और करनी में दिखने लगा फर्क
इमरान खान ने जब पीएम बनने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी तो उसमें एक आम इंसान की तरह रहने की बातें कही थी। पत्रकारों, सीविल सोसायटी एक्टिविस्ट्स और विरोधी दलों के एक समूह ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री हाउस और बानीगाला (इमरान खान का घर) तक का सफर तय करने के लिए इमरान खान हमेशा एक हेलीकॉप्टर से आना-जाना कर रहे हैं। इस तरह उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क दिखने लगा है।
6. पंजाब पुलिस ऑफिसर को बर्खास्त
इमरान खान के पीएम बनने के बाद एक डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऑफिसर को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक, प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी के पूर्व पति खवार फरीद मेनका के कथित रूप से अवरोध के बाद, उन्हें पद से हटा दिया गया। हालांकि, आईजी पुलिस ने इस रिपोर्ट का खंडन कर दिया।