मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ मिनिटों में ही यह अफवाह घर—घर में फैल गई। इससे व्रत Santana Saptami Vrat रखनेवाली महिलाएं घबराए उठीं. कई महिलाओं ने डरकर बीच में ही व्रत खत्म कर दिया। एक अनुमान के मुताबिक करीब 50 फीसदी महिलाओं ने डर की वजह से पूजा-पाठ तक नहीं की। पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित किशनलाल मिश्र ने बताया कि जब उन्हें अफवाह फैलने की जानकारी मिली तो वे मोहल्लों में पहुंचे और महिलाओं को बताया कि यह गलत अफवाह है.
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इसके साथ ही कई महिलाओं को एकत्रित कर उनसे पूजा-पाठ भी कराई। मिश्र के मुताबिक करीब 50 फीसदी महिलाओं ने व्रत बीच में खत्म कर दिया। मिश्र ने कहा कि इस तरह की अफवाहें संस्कृति व धर्म के खिलाफ हैं, जिसने भी यह अफवाह फैलाई वह धर्मविरोधी है। संतान सप्तमी पर भगवान शिव-पार्वती की पूजा होती है, जो खुद अनिष्टों को रोकने वाले हैं। व्रत या पूजा-पाठ से रोकने संबंधी पहली बार ऐसी अफवाह फैली है। लोगों ने अफवाहें फैलाने वालों पर कार्रवाई की भी मांग की।